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झांसी : चौकीदार चला रहा था मरीजों से वसूली का नेटवर्क, कुछ यूं हुआ खुलासा - यूपी न्यूज

झांसी के महिला अस्पताल में मरीजों से इलाज के नाम से मोटी रकम ऐंठी जा रही थी. वहीं जब लखनऊ से स्वास्थ्य महकमे की टीम ने अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड का निरीक्षण किया, तब ये खुलासा हुआ.

इलाज के नाम पर अवैध वसूली.
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Published : May 21, 2019, 12:53 PM IST

झांसी : उत्तर प्रदेश सरकार के लाख दावों के बावजूद सरकारी अस्पतालों में घूसखोरी खत्म नहीं हो पा रही है. झांसी के महिला अस्पताल में एक ऐसा ही मामले का खुलासा हुआ, जिसमें अस्पताल का चौकीदार मरीजों से वसूली का नेटवर्क चला रहा था. खुलासा तब हुआ जब लखनऊ से स्वास्थ्य महकमे की टीम ने जिला महिला अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड में निरीक्षण किया.

इलाज के नाम पर अवैध वसूली.

जानिए, पूरा मामला

  • इस मामले में जब प्रसूता से घूस लेने वाले कर्मचारी दीपक कुमार से पूछताछ की गई तो उसने घूसखोरी के सारे नेटवर्क का खुलासा किया.
  • दीपक ने अफसरों को बताया कि स्टाफ नर्स और कर्मचारियों को इस वसूली में बराबर का हिस्सा मिलता है.
  • जैसे ही सीएमओ को इस मामले की जानकारी हुई, उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दिए.
  • उन्होंने भी यह स्वीकार किया कि अस्पताल में रिश्वत वसूली में कई स्तरों पर कर्मचारी संलिप्त हैं और जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

लखनऊ से आई टीम के सामने कर्मचारी ने स्वीकार किया कि उसने 15 सौ रुपये लिए हैं. इस बात का वीडियो भी है. यह एक घृणित कार्य है, जो हमारे कर्मचारी द्वारा किया गया है. यह संविदा कर्मचारी है एनएचएम का. उसने बताया कि महिला अस्पताल की वार्ड आया और स्टाफ नर्स भी इसमें शामिल हैं. वह पैसे लेकर वार्ड आया को देता है और वार्ड आया, स्टाफ नर्स को देती है. इस मामले में इस विस्तृत रिपोर्ट लेकर एक जांच कमेटी गठित की जाएगी. इसमें जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

-डॉ. सुशील प्रकाश, सीएमओ, झांसी

झांसी : उत्तर प्रदेश सरकार के लाख दावों के बावजूद सरकारी अस्पतालों में घूसखोरी खत्म नहीं हो पा रही है. झांसी के महिला अस्पताल में एक ऐसा ही मामले का खुलासा हुआ, जिसमें अस्पताल का चौकीदार मरीजों से वसूली का नेटवर्क चला रहा था. खुलासा तब हुआ जब लखनऊ से स्वास्थ्य महकमे की टीम ने जिला महिला अस्पताल के जच्चा-बच्चा वार्ड में निरीक्षण किया.

इलाज के नाम पर अवैध वसूली.

जानिए, पूरा मामला

  • इस मामले में जब प्रसूता से घूस लेने वाले कर्मचारी दीपक कुमार से पूछताछ की गई तो उसने घूसखोरी के सारे नेटवर्क का खुलासा किया.
  • दीपक ने अफसरों को बताया कि स्टाफ नर्स और कर्मचारियों को इस वसूली में बराबर का हिस्सा मिलता है.
  • जैसे ही सीएमओ को इस मामले की जानकारी हुई, उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दिए.
  • उन्होंने भी यह स्वीकार किया कि अस्पताल में रिश्वत वसूली में कई स्तरों पर कर्मचारी संलिप्त हैं और जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

लखनऊ से आई टीम के सामने कर्मचारी ने स्वीकार किया कि उसने 15 सौ रुपये लिए हैं. इस बात का वीडियो भी है. यह एक घृणित कार्य है, जो हमारे कर्मचारी द्वारा किया गया है. यह संविदा कर्मचारी है एनएचएम का. उसने बताया कि महिला अस्पताल की वार्ड आया और स्टाफ नर्स भी इसमें शामिल हैं. वह पैसे लेकर वार्ड आया को देता है और वार्ड आया, स्टाफ नर्स को देती है. इस मामले में इस विस्तृत रिपोर्ट लेकर एक जांच कमेटी गठित की जाएगी. इसमें जो लोग भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

-डॉ. सुशील प्रकाश, सीएमओ, झांसी

Intro:झांसी। उत्तर प्रदेश सरकार के लाख दावों के बावजूद सरकारी अस्पतालों में घूसखोरी खत्म नहीं हो पा रही है। झांसी के महिला अस्पताल में एक ऐसे ही मामले का खुलासा हुआ जिसमें अस्पताल का चौकीदार मरीजों से वसूली का नेटवर्क चला रहा था। खुलासा तब हुआ जब लखनऊ से स्वास्थ्य महकमे की टीम ने जिला महिला अस्पताल के जच्चा बच्चा वार्ड निरीक्षण किया। यहां एक प्रसूता महिला ने बताया कि उससे पंद्रह सौ रूपये अस्पताल के चौकीदार ने लिए हैं। हैरत की बात यह है कि घूस लेने वाले चौकीदार ने अफसरों के सामने घूस लेने की बात स्वीकार की लेकिन उसके खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उस कर्मचारी से प्रसूता महिला के रूपये वापस करा दिए गए। 





Body:इस मामले में जब प्रसूता से घूस लेने वाले कर्मचारी दीपक कुमार से पूछताछ की गई तो उसने घूसखोरी के सारे नेटवर्क का खुलासा किया। उसने अफसरों को बताया कि स्टाफ नर्स और कर्मचारियों को इस वसूली में बराबर का हिस्सा मिलता है। जैसे ही सीएमओ को इस मामले की जानकारी हुई, उन्होंने इस मामले की जांच के आदेश दिए। उन्होंने भी यह स्वीकार किया कि अस्पताल में रिश्वत वसूली में कई स्तरों पर कर्मचारी संलिप्त हैं और जाँच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 





Conclusion:सीएमओ डॉ सुशील प्रकाश ने बताया कि लखनऊ से आई टीम के सामने कर्मचारी ने स्वीकार किये कि उसने पंद्रह सौ रूपये लिए हैं। इस बात का वीडियो भी है। यह एक घृणित कार्य है जो हमारे कर्मचारी द्वारा किया गया है। यह संविदा कर्मचारी है एनएचएम का। उसने बताया कि महिला अस्पताल के वार्ड आया और स्टाफ नर्स भी इसमें शामिल हैं। वह पैसे लेकर वार्ड आया को देता है और वार्ड आया स्टाफ नर्स को देती है। इस मामले में इस विस्तृत रिपोर्ट लेकर एक जाँच कमेटी गठित की जाएगी। इसमें जो लोग भी दोषी पाए जायेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। 


बाइट - डॉ सुशील प्रकाश - सीएमओ

लक्ष्मी नारायण शर्मा
झांसी
9454013045
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