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तीन घंटे में ही व्यापारी के शव की आंखें खा गए जानवर, लाश की कर दी ऐसी हालत कि परिजन पहचान ही नहीं पाए - जानवर शव आंखें क्षतिग्रस्त

झांसी में मेडिकल कॉलेज के शवगृह में एक व्यापारी की लाश को पोस्टमार्टम (Jhansi dead body disrespect) के लिए ले जाया गया था. यहां शव को तीन घंटे के लिए रख दिया था. इस दौरान किसी जानवर ने दोनों आखें खा लीं.

पोस्टमार्टम हाउस में लाश की बेकदरी पर परिजनों ने हंगामा किया.
पोस्टमार्टम हाउस में लाश की बेकदरी पर परिजनों ने हंगामा किया.
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 7, 2023, 8:45 PM IST

Updated : Dec 7, 2023, 9:18 PM IST

पोस्टमार्टम हाउस में लाश की बेकदरी पर परिजनों ने हंगामा किया.

झांसी : झांसी के मेडिकल कॉलेज में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. गुरुवार को आत्महत्या के बाद एक व्यापारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया था. लाश को शवगृह की पुरानी बिल्डिंग के रखवा दिया गया. तीन घंटे के बाद परिजन अंदर पहुंचे तो आखें किसी जानवर ने खा ली थीं. इससे परिजनों के होश उड़ गए. लाश के चेहरे की हालत ऐसी थी कुछ देर तक वे पहचान ही नहीं पाए. परिजनों ने जमकर हंगामा काटा. स्वास्थ्य महकमे की ओर से मेडिकल कॉलेज के सीएमएस ने इस लापरवाही की जिम्मेदारी ली है. ऐसी घटना दोबारा न हो उन्होंने इसके लिए इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं.

आत्महत्या के बाद होना था शव का पोस्टमार्टम : बुधवार की रात में मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के करैरा थाना क्षेत्र के रहने वाले व्यापारी संजय जैन (42) ने मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या की कोशिश की. हालत बिगड़ने पर उसे उपचार के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज लाया गया. यहां उपचार के दौरान गुरुवार की तड़के पांच बजे व्यापारी की मौत हो गई. पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए शवगृह की पुरानी बिल्डिंग में रखवा दिया. तीन घंटे के बाद पोस्टमार्टम होने की बात कही गई. परिजनों ने बताया कि वे पोस्टमार्टम हाउस के बाहर वे चिकित्सक के आने का इंतजार कर रहे थे. इस बीच शव को देखने पहुंचे तो हैरान रह गए. आंखें किसी जानवर ने खा ली थीं. चेहरा भी कुतरा हुआ था. खून भी निकला था. करीब आधे घंटे तक परिवार के लोग शव को पहचान ही नहीं पाए. उन्हें लग रहा था कि लाश किसी दूसरे की है.

पोस्टमार्टम हाउस में घूमते हैं नेवले और चूहे : परिजनों ने मेडिकल कालेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य भी पहुंच गए. उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और सीएमएस सचिन माहौर बात की. पूर्व मंत्री ने बताया कि झांसी मेडिकल कॉलेज में अगर किसी की मौत होती है तो शव को शवगृह में रखा जाता है. शव यहां सुरक्षित नहीं रहता है. बॉक्स, फ्रीजर सब टूटे पड़े हैं. चूहे, आवारा कुत्ते, नेवले घूमते रहते हैं. वे शवों को अक्सर नोंच लेते हैं. इस अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. सीएमएस डॉ. सचिन माहौर ने बताया कि पोस्टमार्टम घर की जाली खुली हुई है. वहां से जानवर अंदर घुस गए. मामले में विभाग की ही लापरवाही है. 24 घंटे के अंदर शव गृह की टूटी जालियों की मरम्मत करवा दी जाएंगी, जिससे इस तरह की घटना दोबारा न हो सके.

यह भी पढ़ें : बनारस की धर्मशाला में एक ही परिवार के चार लोगों के शव मिले, हत्या या आत्महत्या?

पोस्टमार्टम हाउस में लाश की बेकदरी पर परिजनों ने हंगामा किया.

झांसी : झांसी के मेडिकल कॉलेज में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है. गुरुवार को आत्महत्या के बाद एक व्यापारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया था. लाश को शवगृह की पुरानी बिल्डिंग के रखवा दिया गया. तीन घंटे के बाद परिजन अंदर पहुंचे तो आखें किसी जानवर ने खा ली थीं. इससे परिजनों के होश उड़ गए. लाश के चेहरे की हालत ऐसी थी कुछ देर तक वे पहचान ही नहीं पाए. परिजनों ने जमकर हंगामा काटा. स्वास्थ्य महकमे की ओर से मेडिकल कॉलेज के सीएमएस ने इस लापरवाही की जिम्मेदारी ली है. ऐसी घटना दोबारा न हो उन्होंने इसके लिए इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं.

आत्महत्या के बाद होना था शव का पोस्टमार्टम : बुधवार की रात में मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के करैरा थाना क्षेत्र के रहने वाले व्यापारी संजय जैन (42) ने मानसिक तनाव में आकर आत्महत्या की कोशिश की. हालत बिगड़ने पर उसे उपचार के लिए झांसी मेडिकल कॉलेज लाया गया. यहां उपचार के दौरान गुरुवार की तड़के पांच बजे व्यापारी की मौत हो गई. पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया. पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए शवगृह की पुरानी बिल्डिंग में रखवा दिया. तीन घंटे के बाद पोस्टमार्टम होने की बात कही गई. परिजनों ने बताया कि वे पोस्टमार्टम हाउस के बाहर वे चिकित्सक के आने का इंतजार कर रहे थे. इस बीच शव को देखने पहुंचे तो हैरान रह गए. आंखें किसी जानवर ने खा ली थीं. चेहरा भी कुतरा हुआ था. खून भी निकला था. करीब आधे घंटे तक परिवार के लोग शव को पहचान ही नहीं पाए. उन्हें लग रहा था कि लाश किसी दूसरे की है.

पोस्टमार्टम हाउस में घूमते हैं नेवले और चूहे : परिजनों ने मेडिकल कालेज प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा करना शुरू कर दिया. पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य भी पहुंच गए. उन्होंने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल और सीएमएस सचिन माहौर बात की. पूर्व मंत्री ने बताया कि झांसी मेडिकल कॉलेज में अगर किसी की मौत होती है तो शव को शवगृह में रखा जाता है. शव यहां सुरक्षित नहीं रहता है. बॉक्स, फ्रीजर सब टूटे पड़े हैं. चूहे, आवारा कुत्ते, नेवले घूमते रहते हैं. वे शवों को अक्सर नोंच लेते हैं. इस अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए. सीएमएस डॉ. सचिन माहौर ने बताया कि पोस्टमार्टम घर की जाली खुली हुई है. वहां से जानवर अंदर घुस गए. मामले में विभाग की ही लापरवाही है. 24 घंटे के अंदर शव गृह की टूटी जालियों की मरम्मत करवा दी जाएंगी, जिससे इस तरह की घटना दोबारा न हो सके.

यह भी पढ़ें : बनारस की धर्मशाला में एक ही परिवार के चार लोगों के शव मिले, हत्या या आत्महत्या?

Last Updated : Dec 7, 2023, 9:18 PM IST
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