झांसीः झांसी के मेडिकल कॉलेज (Jhansi Medical College) के मेडिकल छात्रों के दो गुटों में बीती रात जमकर मारपीट हुई. गुस्साए नर्सिंग छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ऑफिस में जमकर तोड़फोड़ की. नर्सिंग छात्रों के प्रिंसिपल ऑफिस जाते समय उन्हें रास्ते में घेरकर मारपीट का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. हालांकि ईटीवी भारत इसकी पुष्टि नहीं करता. तनाव के मद्देनजर कॉलेज में फोर्स तैनात कर दी गई है. इस मामले में मेडिकल कॉलेज प्रशासन जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहा है. फिलहाल पुलिस ने इस मामले में 9 छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
झांसी के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार रात को एमबीबीएस इंटर्न और नर्सिंग स्टूडेंट के बीच जमकर संघर्ष हुआ. एमबीबीएस इंटर्न और नर्सिंग छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई. गुस्साए नर्सिंग छात्रों ने मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ऑफिस में तोड़फोड़ की.
सूचना पर कई थानों की फोर्स और पीएसी पहुंच गई. पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर छात्रों को खदेड़कर स्थिति पर काबू पाया. जानकारी के मुताबिक प्रिंसिपल डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने दोनों पक्षों को समझाने के लिए दोपहर 3 बजे अपने ऑफिस में बुलाया था.
इससे पहले ही मेडिकल कॉलेज के गेट नंबर-1 के पास नर्सिंग छात्र और एमबीबीएस इंटर्न के छात्र आमने सामने आ गए. दोनों गुटों के बीच झगड़ा हो गया. मारपीट करने पर एमबीबीएस इंटर्न राजेश मीना ने विश्वविद्यालय चौकी में शिकायत दी. इसके बाद दोनों पक्ष प्रिंसिपल ऑफिस पहुंच गए. सिक्योरिटी गार्ड नर्सिंग के छात्र-छात्राओं को गेट नंबर 4 से लेकर जा रहे थे. यहां 15 से 20 एमबीबीए इंटर्न स्टूडेंट्स ने नर्सिंग स्टूडेंट को घेर लिया और सिक्योरिटी गार्ड की मौजूदगी में मारपीट करने लगे.
नर्सिंग स्टूडेंट ने हॉस्टल में फोन कर दिया. वहां से काफी संख्या में छात्र-छात्राएं लाठी, डंडे और सरिया लेकर पहुंच गए. इस बीच एमबीबीएस इंटर्न स्टूडेंट भाग गए. इसके बाद गुस्साई भीड़ प्रिंसिपल ऑफिस पहुंच गई. वहां पर खिड़कियों के शीशे तोड़ दिए. छात्रों ने जमकर मारपीट की. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस ने लाठियां पटककर छात्रों को खदेड़ा और मामला शांत कराया.
प्रिंसिपल डॉ. नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि एमबीबीएस इंटर्न और नर्सिंग स्टूडेंट के छात्रों के बीच किसी प्रकार की गलतफहमी के चलते विवाद हुआ हैं. इसके लिए जांच कमेटी बना दी गई है. जांच में जो भी छात्र दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी. सुरक्षा की दृष्टि से सभी जगह प्राइवेट सिक्योरिटी के अलावा एसपी सिटी से बात कर पुलिस फोर्स भी लगाई गई है. फिलहाल स्थिति शांतिपूर्ण है.
कॉलेज प्रशासन सख्त, नौ को भेजा जेल
बवाल और तोड़फोड़ में प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. इस मामले में अब तक चार डाक्टरों और पांच नर्सिंग छात्रों सहित 9 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है. कुछ और छात्रों को भी गिरफ्तार किया जा सकता है. एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने हंगामे की सूचना दी थी, जिसके बाद भारी पुलिस बल लगाया गया. मेडिकल प्रशासन की तरफ से दी गई तहरीर के आधार पर नौ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जिसमे 5 छात्र पैरामेडिकल के और 4 मेडिकल के हैं. सभी को न्यायालय में पेश कर जेल भेजा जा रहा है. एसपी सिटी ज्ञानेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि हंगामे के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. जो भी दोषी छात्र सामने आएंगे, उनकी भी गिरफ्तारी की जाएगी.
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