झांसीः उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के झांसी शहर में स्थित झांसी रेलवे जंक्शन भारत के सबसे व्यस्ततम और सबसे बड़े रेलवे स्टेशनों में से एक है. यह भारत में कई सुपरफास्ट ट्रेनों का प्रमुख हब है. वहीं तकनीकी ठहराव में भारतीय रेलवे के उत्तर मध्य रेलवे जोन में इसका अपना एक मंडल है. यह दिल्ली से चेन्नई और दिल्ली से मुंबई लाइन पर स्थित है.
कई देशों में कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन के मामले सामने आने के बाद यूपी के सभी जिलों में अलर्ट जारी है. झांसी रेलवे स्टेशन पर कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन की रोकथाम के लिए किसी भी तरह के कोई इंतजाम नहीं दिखाई दिए.
झांसी रेलवे स्टेशन पर सबसे ज्यादा ठहराव महाराष्ट्र से आने वाली ट्रेनों का है. कोरोना की दूसरी लहर के दौरान झांसी मंडल रेल ने काफी अच्छे प्रबंध किये थे. अभी पूरी दुनिया समेत भारत में कोरोना के मामलों की संख्या में इजाफा हो रहा है पर झांसी रेलवे स्टेशन पर आने जाने बाले यात्रियों की किसी भी तरह की न कोई जांच की जा रही है और न ही बिना मास्क के आने-जाने वाले यात्रियों को मास्क लगाने के लिए कहा जा रहा है.
जब ईटीवी भारत की टीम ने झांसी रेलवे स्टेशन पर जांच पड़ताल की तो कोरोना हेल्पिंग डेस्क खाली नजर आई जहां रेलवे का कोई कर्मचारी हेल्पिंग डेस्क पर बैठा नजर नहीं आया. रेलवे स्टेशन से बाहर जाने वाले गेट पर किसी तरह के कोरोना जांच के इंतजाम दिखाई नहीं दिए. स्टेशन के अंदर आने वाले गेट का भी यही हाल रहा. ज्यादातर लोग बिना मास्क के नजर आए.
झांसी रेलवे स्टेशन पर महाराष्ट्र से आने वाली गाड़ियों की संख्या 40 के पार है. कोरोना की दूसरी लहर में महाराष्ट्र भारत में कोरोना का सबसे बड़ा हब बना था. इस बार भी महाराष्ट्र में कोरोना मरीजों की संख्या में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है. झांसी रेलवे स्टेशन पर ज्यादातर यात्री महाराष्ट्र के होते हैं. इन यात्रियों की जांच ना होने की वजह से आने वाले समय में झांसी में भी कोरोना संक्रमितों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है.
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