झांसी: बुंदेलखंड विश्वविद्यालय की पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोधपीठ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित शोध क्षमता विकास कार्यक्रम के तहत रविवार वर्कशॉप का आयोजन किया गया. इस मौके पर मुख्य अथिति डॉक्टर अंशुमाली शर्मा ने कहा कि शोध समाज की समस्या को समझने और उन्हें हल करने का सही राह दिखाता है.
इसे भी पढ़ें : राशिफल : कैसा रहेगा आज का दिन, जानें क्या कहती है आपकी राशि
कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञ के रूप में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग के प्रोफेसर निमित चौधरी ने प्रतिभागियों को शोध विषय चयन करते समय बरती जाने वाली सावधानियों के विषय में विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि शोध का विषय चयन करने से पहले हमें उस क्षेत्र के बारे में अध्ययन करना जरुरी है, जिससे शोध अंतराल को समझा जा सके.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. मुन्ना तिवारी ने कहा कि बुंदेलखंड विश्वविद्यालय के पंडित दीनदयाल उपयाध्य शोधपीठ एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह कार्यक्रम शोध कर रहे विद्यार्थियों और शोध में रुचि रखने वाले विद्यार्थियों व शिक्षकों के लिए अत्यंत उपयोगी है. कोरोना की विपरीत परिस्थितियों में जब शिक्षण कार्य बाधित है, तब ऐसे कार्यक्रमों की उपयोगिता महत्वपूर्ण हो जाती हैं. कार्यक्रम का संचालन शोध प्राविधि फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम डॉक्टर उमेश कुमार ने व आभार डॉक्टर श्वेता पाण्डेय ने व्यक्त किया.
इसे भी पढ़ें : फिलहाल टला योगी मंत्रिमंडल विस्तार, उचित समय पर भरे जाएंगे खाली पद