झांसीः यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) के स्ट्राइड यानी स्कीम फॉर ट्रांसडीसीप्लिनरी रिसर्च फॉर इंडिआज डेवलपिंग इकॉनमी कॉम्पोनेंट एक के तहत बुंदेलखंड विश्वविद्यालय (bundelkhand university ) को मिले परियोजना के दूसरे बैच के मॉड्यूल दो का प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा हो चुका है. कोविड संक्रमण काल में मशीनों पर यह प्रशिक्षण नहीं दिया जा सका और स्थितियां सामान्य होने पर यह प्रशिक्षण कराए जाएंगे.
32 व्याख्यान कराए
प्रशिक्षण के मॉड्यूल-दो के तहत कुल 32 व्याख्यान कराए गए. मॉड्यूल -दो के समापन के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर जेवी वैशम्पायन ने सभी रिसोर्स पर्सन्स एवं प्रतिभागियों की ऑनलाइन बैठक ली. कुलपति ने समस्त शिक्षकों एवं प्रतिभागियों से फीड बैक हासिल किया. कुलपति ने कहा कि कोरोना काल के बावजूद भी स्ट्राइड टीम ने सक्रियता दिखाई और वर्तमान संक्रामक काल में ट्रांसडिसिप्लिनरी रिसर्च पर बल दिया. साथ ही कहा कि आज सामाजिक समस्याओं का समावेशित प्रयास के तहत ही सम्पूर्ण समाधान संभव है.
इसे भी पढ़ेंः सांसद डॉ. एसटी हसन का बेतुका बयान, कहा- शरीयत में छेड़छाड़ से आए दो-दो तूफान
ये रहे मौजूद
बैठक के दौरान डॉक्टर लवकुश द्विवेदी ने दोनों मॉड्यूल की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की. इस दौरान कार्यक्रम के संयोजक प्रो. एम एम सिंह, डॉक्टर सुनील त्रिवेदी, डॉक्टर अनुपम व्यास, डॉक्टर निर्मला प्रजापति, डॉक्टर एरा तिवारी, डॉक्टर शिल्पा मिश्रा, डॉ. अतुल गोयल, प्रो. योगेश गोस्वामी व अन्य उपस्थित रहे.