झांसीः उल्दन थाना क्षेत्र में कुछ दिन पहले एक युवक ने थाने के बाहर चाकू से अपना गला काट लिया गया था. चोरी के आरोप में युवक को पूछताछ के लिए थाने में बुलाया गया था. वहीं, शुक्रवार को इसी मामले में कार्रवाई से नाखुश भीम आर्मी ने झांसी कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन किया. पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए मांग रखी कि आरोपी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त किया जाए.
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले उल्दन थाने में चोरी के आरोप में पूछताछ के लिए बुलाए गए युवक पुष्पेंद्र अहिरवार ने अपने गर्दन को चाकू से काट लिया था. थाने में घटित घटना क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश एस द्वारा कार्रवाई करते हुए उल्दन थाना अध्यक्ष अजमेर सिंह भदोरिया समेत चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था. पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से नाखुश भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने के लिए ज्ञापन सौंपा. इस दौरा कार्यकर्ताओं जोरदार नारेबाजी करते हुए पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए.
भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष मौनी शाक्य आजाद ने कहा कि 'उल्दन थाना प्रभारी करण सिंह द्वारा पुष्पेंद्र अहिरवार को चोरी के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया और 4 दिन तक बर्बरता पूर्वक मारपीट की गई. इतना प्रताड़ित किया गया कि पुष्पेंद्र ने बर्बरता से असहनीय दर्द से बचने के लिए पुलिस हिरासत में अपना गला काटकर आत्महत्या का प्रयास किया, जिसका इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. आरोप लगाते हुए कहा कि थाना पुलिस ने आरोपी को 24 घंटे के अंदर मुकदमा कर जेल क्यों नहीं भेजा. इससे ज्ञात होता है कि यह सब अत्याचार जातिवाद मानसिकता के तहत किया गया'.
उन्होंने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि दोषी आरोपी पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर sc-st 306 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाए और पीड़ित परिवार को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 20 लाख का मुआवजा भी दिया जाए. अन्यथा भीम आर्मी एक बड़ा आंदोलन करेगी.