झांसी: जिले में लहरगिर्द गांव में एक परिवार ने अपने पालतू बैल की मौत पर न सिर्फ उसका धार्मिक विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया बल्कि बुधवार को उसकी तेरहवीं पर भोज भी आयोजित किया. परिवार का बैल से लगाव का बड़ा कारण यह था कि इसने 150 से ज्यादा इनाम जीतकर परिवार का नाम रोशन किया था.
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परिवार के बहुत था करीब बैल
लहरगिर्द के रहने वाले पंजाब सिंह यादव के परिवार के राजू यादव, हरिओम यादव, जीतू और अन्य लोगों ने मिलकर कबरी नाम के बैल को पाला था. कबरी बैल यूपी और एमपी के कई बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुका था. परिवार के लोग दावा करते हैं कि इसने अपने जीवन में 150 से ज्यादा इनाम जीते जिनमें दो कार, 30 के लगभग बाइक, टीवी, फ्रिज और अन्य सामान शामिल हैं.
बैल की मौत पर भोज आयोजित
परिवार के दो लोग बैलगाड़ी पर सवार होकर 3 सितम्बर को खेत से घर लौट रहे थे. इस दौरान एक अनियंत्रित ट्रक अचानक बैलगाड़ी के सामने आ गया. टक्कर से बैलगाड़ी को बचाने की कोशिश की और खुद जख्मी हो गई. इलाज के दौरान 6 सितम्बर को उसकी मौत हो गई. परिवार वालों ने विधि विधान से उसका अंतिम संस्कार किया और तेरहवीं भोज आयोजन किया.
हमारा बैल कबरी हमारे परिवार में नंदी के रूप में आया था. जाते-जाते छोटे बैल नन्दी, भाई और बहू की जान बचाकर स्वर्ग सिधार गया. हम चाहते हैं कि इंसान जानवर को जानवर न समझें. प्रदेश सरकार कहती है कि गौवंश की रक्षा करनी है. हम चाहते हैं कि बैलगाड़ी दौड़ प्रतियोगिताएं कराई जायें जिससे लोग गाय और बैल अपने घर में पालें.
-पंजाब सिंह यादव, पशुपालक