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डॉ अल्पना बरतारिया पर 55 करोड़ के घोटाले के आरोप, विभागीय कार्रवाई की तैयारी - पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी

यूपी के झांसी में अपर निदेशक स्वास्थ्य झांसी मण्डल डॉ अल्पना बरतारिया पर भ्रष्टाचार के आरोप सिद्ध हो गए हैं. जिसके बाद उनको शासन द्वारा चार्जशीट सौंप दी गई है. उनपर 55 करोड़ के घोटाले के आरोप हैं.

डॉ अल्पना बरतारिया
डॉ अल्पना बरतारिया
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Published : Jun 8, 2021, 12:47 PM IST

झांसी: अपर निदेशक स्वास्थ्य झांसी मण्डल डॉ अल्पना बरतारिया के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में पुष्टि के बाद उन्हें चार्जशीट दी गई है. उनपर आरोप है कि जालौन जनपद में सीएमओ रहने के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रो के निर्माण और मरम्मत के काम में बड़े पैमाने पर अनियमितता की थी. इस मामले में जालौन के पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी ने इसकी शिकायत की थी. जिसकी जांच में कई बिंदुओं पर आरोपों की पुष्टि हुई. अब शासन ने उन्हें चार्जशीट भी दिया है.

पूर्व सांसद ने की थी शिकायत


पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी ने मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत करते हुए कहा था कि जालौन की सीएमओ रहने के दौरान डॉ अल्पना बरतारिया ने एसीएमओ डॉ बीएम खैर के साथ मिलकर ठेकेदारों और सप्लायर के साथ मिलकर 55 करोड़ रुपये का घोटाला किया. उनके द्वारा नियमों को ताक पर रखकर टेंडर और भुगतान कराये गए. पूर्व सांसद ने स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण, मरम्मत, प्रचार-प्रसार, भोजन, उपकरणों की खरीद आदि कामों में नियमों को दरकिनार करने का आरोप लगाया था.

55 करोड़ के घोटाले के आरोप
55 करोड़ के घोटाले के आरोप
जांच में सामने आई गड़बड़ी


शासन के आदेश पर कमिश्नर झांसी मण्डल की जांच में आरोपों को सही पाया गया है. जांच रिपोर्ट के मुताबिक, जिन वाहनों के नम्बर टैक्सी परमिट में दिखाए गए, उनमें से कई प्राइवेट वाहन हैं जबकि कई ट्रक के नम्बर हैं. रंगाई-पुताई का काम तकनीकी कर्मचारियो से न कराकर गैर तकनीकी कर्मचारियो से कराया गया. जीएनएम कक्ष के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया. उपकेंद्रों पर हुई रंगाई-पुताई के कामों को भी बेहद खराब बताया गया है. इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी जांच में अनियमितता पाई गई है.

पदोन्नति पर उठे सवाल
जांच प्रक्रिया जारी रहने के दौरान दागी अफसर को पदोन्नति भी दे दी गई. इस मामले में झांसी सदर विधायक रवि शर्मा और झांसी के गरौठा से विधायक जवाहर लाल राजपूत शासन को चिट्ठी लिख चुके हैं. विधायक रवि शर्मा ने घोटाले की जांच प्रक्रिया के दौरान डॉ अल्पना बरतरिया की दी गई पदोन्नति को निरस्त करने और पूरे मामले की जांच उत्तर प्रदेश सरकार के आर्थिक अपराध विभाग से कराने की मांग मुख्य सचिव से की है. विधायक जवाहर लाल राजपूत ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि डॉ अल्पना ने घोटाले की रकम से बैंगलुरु में 25 करोड़ रुपये का आलीशान बंगला खरीदा है.

इसे भी पढ़ें- राम मंदिर निर्माण के दूसरे चरण का कार्य दिसंबर में शुरू होगा : ट्रस्ट



विभागीय कार्रवाई की तैयारी


इस पूरे मामले में झांसी मण्डल के कमिश्नर की जांच रिपोर्ट के आधार पर झांसी मण्डल की अपर निदेशक स्वास्थ्य और तत्कालीन जालौन सीएमओ डॉ अल्पना बरतारिया को सरकार ने चार्जशीट दिया है. साथ ही विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही डॉ अल्पना पर लगाये गए आरोपों की जांच के लिए निदेशक प्रशासन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं को जांच अधिकारी नामित किया गया है. इस पूरे मामले पर डॉ अल्पना से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस मसले पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया.

झांसी: अपर निदेशक स्वास्थ्य झांसी मण्डल डॉ अल्पना बरतारिया के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच में पुष्टि के बाद उन्हें चार्जशीट दी गई है. उनपर आरोप है कि जालौन जनपद में सीएमओ रहने के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रो के निर्माण और मरम्मत के काम में बड़े पैमाने पर अनियमितता की थी. इस मामले में जालौन के पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी ने इसकी शिकायत की थी. जिसकी जांच में कई बिंदुओं पर आरोपों की पुष्टि हुई. अब शासन ने उन्हें चार्जशीट भी दिया है.

पूर्व सांसद ने की थी शिकायत


पूर्व सांसद घनश्याम अनुरागी ने मुख्यमंत्री से इसकी शिकायत करते हुए कहा था कि जालौन की सीएमओ रहने के दौरान डॉ अल्पना बरतारिया ने एसीएमओ डॉ बीएम खैर के साथ मिलकर ठेकेदारों और सप्लायर के साथ मिलकर 55 करोड़ रुपये का घोटाला किया. उनके द्वारा नियमों को ताक पर रखकर टेंडर और भुगतान कराये गए. पूर्व सांसद ने स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण, मरम्मत, प्रचार-प्रसार, भोजन, उपकरणों की खरीद आदि कामों में नियमों को दरकिनार करने का आरोप लगाया था.

55 करोड़ के घोटाले के आरोप
55 करोड़ के घोटाले के आरोप
जांच में सामने आई गड़बड़ी


शासन के आदेश पर कमिश्नर झांसी मण्डल की जांच में आरोपों को सही पाया गया है. जांच रिपोर्ट के मुताबिक, जिन वाहनों के नम्बर टैक्सी परमिट में दिखाए गए, उनमें से कई प्राइवेट वाहन हैं जबकि कई ट्रक के नम्बर हैं. रंगाई-पुताई का काम तकनीकी कर्मचारियो से न कराकर गैर तकनीकी कर्मचारियो से कराया गया. जीएनएम कक्ष के निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया. उपकेंद्रों पर हुई रंगाई-पुताई के कामों को भी बेहद खराब बताया गया है. इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी जांच में अनियमितता पाई गई है.

पदोन्नति पर उठे सवाल
जांच प्रक्रिया जारी रहने के दौरान दागी अफसर को पदोन्नति भी दे दी गई. इस मामले में झांसी सदर विधायक रवि शर्मा और झांसी के गरौठा से विधायक जवाहर लाल राजपूत शासन को चिट्ठी लिख चुके हैं. विधायक रवि शर्मा ने घोटाले की जांच प्रक्रिया के दौरान डॉ अल्पना बरतरिया की दी गई पदोन्नति को निरस्त करने और पूरे मामले की जांच उत्तर प्रदेश सरकार के आर्थिक अपराध विभाग से कराने की मांग मुख्य सचिव से की है. विधायक जवाहर लाल राजपूत ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि डॉ अल्पना ने घोटाले की रकम से बैंगलुरु में 25 करोड़ रुपये का आलीशान बंगला खरीदा है.

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विभागीय कार्रवाई की तैयारी


इस पूरे मामले में झांसी मण्डल के कमिश्नर की जांच रिपोर्ट के आधार पर झांसी मण्डल की अपर निदेशक स्वास्थ्य और तत्कालीन जालौन सीएमओ डॉ अल्पना बरतारिया को सरकार ने चार्जशीट दिया है. साथ ही विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है. साथ ही डॉ अल्पना पर लगाये गए आरोपों की जांच के लिए निदेशक प्रशासन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं को जांच अधिकारी नामित किया गया है. इस पूरे मामले पर डॉ अल्पना से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने इस मसले पर कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया.

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