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बर्ड फ्लू: सर्विलांस की 23 टीमें तैयार, जल स्रोतों पर रखी जा रही नजर

झांसी में पक्षियों की मौतों ने स्थानीय लोगों और प्रशासन की चिंता काफी बढ़ा दी है. मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि जिले में 23 टीमों का गठन किया गया है जो सर्विलांस में लगी हुई हैं.

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Published : Jan 22, 2021, 6:01 PM IST

बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत
बर्ड फ्लू से पक्षियों की मौत

झांसी: सीमावर्ती राज्य मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद झांसी में प्रशासनिक महकमा अलर्ट हो गया है. पिछले कुछ दिनों में कौओं, कबूतरों और जंगली पक्षियों की संदिग्ध हालत में हुई मौतों के बाद तमाम तरह की आशंकाएं जाहिर की गईं. जांच में अब तक भले ही किसी भी मामले में बर्ड फ्लू की पुष्टि न हुई हो, लेकिन सर्विलांस टीमें घटनाओं पर नजर रखे हुए हैं. जिले के जल स्रोतों की भी निगरानी की जा रही है.

पक्षियों की मौत की हुई कई घटनाएं

झांसी में जनवरी महीने में अलग-अलग समयों पर अलग-अलग क्षेत्रों में पक्षियों की हुई मौतों ने स्थानीय लोगों और प्रशासन की चिंता काफी बढ़ा दी थी. प्रेम नगर थानाक्षेत्र स्थित सेंट जोन्स एकेडमी परिसर में बड़ी संख्या में कौओं की मौत हो गई थी. बबीना थानाक्षेत्र के टपरियन गांव में संदिग्ध स्थितियों में जंगली पक्षियों की मौत हो गई थी. पूंछ थानाक्षेत्र में बावई नहर पुल के पास बड़ी संख्या में जंगली कबूतरों की मौत हो चुकी है. इन मामलों से एक में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है.

वन विभाग के साथ जल स्रोतों की भी निगरानी

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि जिले में 23 टीमों का गठन किया गया है जो सर्विलांस में लगी हुई हैं. मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़ा होने के कारण विशेष सावधानी बरती जा रही है क्योंकि वहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. जहां-जहां जल स्रोत हैं, वहां वन विभाग की टीमों के साथ सघन सर्विलांस कर रहे हैं. अभी तक कहीं कोई तथ्य प्रकाश में नहीं आया है, जहां लगे कि बर्ड फ्लू की कोई संभावना है.

झांसी: सीमावर्ती राज्य मध्य प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि के बाद झांसी में प्रशासनिक महकमा अलर्ट हो गया है. पिछले कुछ दिनों में कौओं, कबूतरों और जंगली पक्षियों की संदिग्ध हालत में हुई मौतों के बाद तमाम तरह की आशंकाएं जाहिर की गईं. जांच में अब तक भले ही किसी भी मामले में बर्ड फ्लू की पुष्टि न हुई हो, लेकिन सर्विलांस टीमें घटनाओं पर नजर रखे हुए हैं. जिले के जल स्रोतों की भी निगरानी की जा रही है.

पक्षियों की मौत की हुई कई घटनाएं

झांसी में जनवरी महीने में अलग-अलग समयों पर अलग-अलग क्षेत्रों में पक्षियों की हुई मौतों ने स्थानीय लोगों और प्रशासन की चिंता काफी बढ़ा दी थी. प्रेम नगर थानाक्षेत्र स्थित सेंट जोन्स एकेडमी परिसर में बड़ी संख्या में कौओं की मौत हो गई थी. बबीना थानाक्षेत्र के टपरियन गांव में संदिग्ध स्थितियों में जंगली पक्षियों की मौत हो गई थी. पूंछ थानाक्षेत्र में बावई नहर पुल के पास बड़ी संख्या में जंगली कबूतरों की मौत हो चुकी है. इन मामलों से एक में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि नहीं हुई है.

वन विभाग के साथ जल स्रोतों की भी निगरानी

मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि जिले में 23 टीमों का गठन किया गया है जो सर्विलांस में लगी हुई हैं. मध्य प्रदेश की सीमा से जुड़ा होने के कारण विशेष सावधानी बरती जा रही है क्योंकि वहां बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है. जहां-जहां जल स्रोत हैं, वहां वन विभाग की टीमों के साथ सघन सर्विलांस कर रहे हैं. अभी तक कहीं कोई तथ्य प्रकाश में नहीं आया है, जहां लगे कि बर्ड फ्लू की कोई संभावना है.

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