झांसी: जिले के ग्राम लहर ठकुरपुरा में बुंदेलखंड जल संरक्षण समिति के तत्वावधान में एक कार्यक्रम किया गया जिसमें परमार्थ समाज सेवी संस्था की ओर से 100 दिन श्रमदान और जल संरक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ डॉ. सीमा पांडेय ने किया. परमार्थ समाज सेवी संस्थान (Parmarth Social Service Institute) के सचिव संजय सिंह की ओर से कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई. डॉ. पांडेय ने जल सहेली मीरा द्वारा जल संरक्षण के प्रति किए गए कार्यों के बारे में जानकारी दी.
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इस मौके पर डीडी अर्थ के एसएन त्रिपाठी ने कहा कि सभी विभागों के साथ मिलकर जल संरक्षण के प्रति अपनी सहभागिता को सुनिश्चित करें एवं जल को संरक्षित करने के लिए गांवों में अलग-अलग प्रकार के कार्य किये जायेंगे. प्रो. कृष्णा गांधी की ओर से जल संरक्षण के क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों के बारे में बताया गया कि कैसे बुंदेली और चंदेली तालाबों का संरक्षण करना चाहिए.
उपनिदेशक भूमि संरक्षण ने कहा कि हम जालौन में 742 तालाब, ललितपुर में 1492 तालाबों का डाटा इकट्ठा कर रहे हैं. उनको कैसे हम सुरक्षित करें, इसके लिए कार्ययोजना बन रही है. साथ ही प्राचीन तकनीक को अपनाते हुए सभी किसान जैविक खेती करें और होने वाले लाभों से भी जुड़े.
संयुक्त विकास आयुक्त, मिथलेश सचान ने बताया गया कि अभी तक हम लोग जो जल संरक्षण को लेकर कार्य कर रहे थे. सभी अपने-अपने स्तर से कर रहे थे लेकिन आज ठकुर पुरा गांव से सभी एक साथ मिलकर जल संरक्षण रचनाओं का समेकित करके सभी एकजुट होकर इस कार्य को करेंगे तो लाभदायक होगा.
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