जौनपुर: हाथरस की घटना को लेकर दीवानी न्यायालय की महिला अधिवक्ताओं ने विभिन्न जिलों में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. महिला अधिवक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार अक्षम है और महिलाओं की रक्षा नहीं कर पा रही है, तो हमें कलम के साथ बंदूक दें. हम अपनी हिफाजत स्वयं कर लेंगे. इस दौरान हाथरस कांड के आरोपियों को फांसी देने की मांग की गई.
उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर महिला अधिवक्ताओं ने सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते हुए कहा कि जिस देश में नारी का सम्मान नहीं होगा, वह देश कभी विश्व गुरु नहीं बन सकता. अधिवक्ताओं ने कहा कि अब महिलाएं अत्याचार नहीं सहेंगी. उन्होंने कहा कि आज ऐसी स्थिति बन चुकी है कि हर महिला डरी सहमी रहती है कि कहीं कोई घटना न घट जाए. महिला अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन की मिलीभगत पर भी गंभीर सवाल उठाए. महिलाओं ने पूरे कोर्ट परिसर का चक्कर लगाते हुए कैंडल मार्च निकाला और हाथरस कांड की लड़की को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
महिला अधिवक्ताओं ने बताया कि सरकार महिला सुरक्षा में नाकामयाब है. पहले भी दुष्कर्म की घटनाएं होती थीं, लेकिन इतनी विभत्स घटनाएं नहीं होती थीं. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए. विरोध प्रदर्शन में कार्यकारिणी सदस्य मंजीत कौर, मंजू शास्त्री, गुणवंती शुक्ला, पुष्पा श्रीवास्तव, साधना सिंह, मीरा सिंह, प्रतिभा मिश्रा, रंजीता शर्मा, आराधना गुप्ता आदि महिला अधिवक्ता उपस्थित रहीं.
हाथरस कांड: महिला अधिवक्ताओं ने सरकार से की कलम के साथ बंदूक रखने की मांग
हाथरस में दलित लड़की के साथ हुई घटना को लेकर जौनपुर में महिला अधिवक्ताओं ने प्रदेश सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान महिला अधिवक्ताओं ने कैंडल मार्च निकाल कर मृतका को श्रद्धांजलि दी.
जौनपुर: हाथरस की घटना को लेकर दीवानी न्यायालय की महिला अधिवक्ताओं ने विभिन्न जिलों में महिलाओं के साथ दुष्कर्म और हत्या की घटना को लेकर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. महिला अधिवक्ताओं ने कहा कि यदि सरकार अक्षम है और महिलाओं की रक्षा नहीं कर पा रही है, तो हमें कलम के साथ बंदूक दें. हम अपनी हिफाजत स्वयं कर लेंगे. इस दौरान हाथरस कांड के आरोपियों को फांसी देने की मांग की गई.
उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न की घटनाओं को लेकर महिला अधिवक्ताओं ने सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन करते हुए कहा कि जिस देश में नारी का सम्मान नहीं होगा, वह देश कभी विश्व गुरु नहीं बन सकता. अधिवक्ताओं ने कहा कि अब महिलाएं अत्याचार नहीं सहेंगी. उन्होंने कहा कि आज ऐसी स्थिति बन चुकी है कि हर महिला डरी सहमी रहती है कि कहीं कोई घटना न घट जाए. महिला अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन की मिलीभगत पर भी गंभीर सवाल उठाए. महिलाओं ने पूरे कोर्ट परिसर का चक्कर लगाते हुए कैंडल मार्च निकाला और हाथरस कांड की लड़की को भावभीनी श्रद्धांजलि दी.
महिला अधिवक्ताओं ने बताया कि सरकार महिला सुरक्षा में नाकामयाब है. पहले भी दुष्कर्म की घटनाएं होती थीं, लेकिन इतनी विभत्स घटनाएं नहीं होती थीं. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि दोषियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए. विरोध प्रदर्शन में कार्यकारिणी सदस्य मंजीत कौर, मंजू शास्त्री, गुणवंती शुक्ला, पुष्पा श्रीवास्तव, साधना सिंह, मीरा सिंह, प्रतिभा मिश्रा, रंजीता शर्मा, आराधना गुप्ता आदि महिला अधिवक्ता उपस्थित रहीं.