जौनपुर: कोरोना वायरस की महामारी से बचाव के लिए एक ओर जहां डॉक्टर इलाज खोजने में जुटे हैं, वहीं अब इस वायरस से बचने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ अनोखे तरीके अपनाए जा रहे हैं. ग्रामीण इन तरीकों को टोटका कहते हैं. जौनपुर के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं कोरोना भगाने के लिए कुछ विशेष उपाय कर रही हैं जो इन दिनों चर्चा का विषय है.
कोरोना से बचाव के लिए टोटका अपना रहे लोग
जिले के डोभी गांव में महिलाएं कोरोना से बचने के लिए घर के सभी सदस्यों के पैरों को लाल रंग से रंगने का काम कर रही हैं. इतना ही नहीं महिलाएं घरों के बाहर हल्दी और लाल रंग से आकृति भी बना रही हैं. इसके साथ ही घर के सदस्यों की संख्या के बराबर बाल्टी से पानी कुएं में डाला जा रहा है. इसके पीछे ग्रामीणों का विश्वास है कि इससे कोरोना से मुक्ति मिलेगी.
बढ़ रही है कोरोना के मरीजों की संख्या
प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है. शहरी क्षेत्रों में ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में भी दहशत का माहौल है. ग्रामीण क्षेत्रों में महामारी से बचाव के लिए कई तरह के टोटके भी अपनाए जा रहे हैं. पहले भी ग्रामीण क्षेत्रों में प्लेग और चेचक जैसी महामारी से बचने के लिए गांव के लोग घरों के बाहर दीए जलाना और दरवाजे पर हल्दी और लाल रंग की छाप लगाने जैसे उपाय करते आ रहे हैं.
जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने यहां की एक महिला पत्रही देवी से बात की तो उन्होंने बताया कि वह लोग कोरोना वायरस से बचाव के लिए पैरों को रंग रहे हैं और कुएं में बाल्टी से पानी डाल रहे हैं. घर के बाहर छाप लगा रहे हैं. हमारा विश्वास है कि बीमारी से बचाव होगा.
गांव की विमला देवी ने भी कुछ ऐसा ही बताया. उन्होंने कहा कि समाज में फैली ऐसी मान्यताओं का पालन कर रही हैं. उन्हें विश्वास है कि इससे कोरोना वायरस रुक जाएगा.