जौनपुर: जनपद में दिन-प्रतिदिन बढ़ रहे अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस लगातार कार्रवाई करने में जुटी है. वहीं पिछले महीने की 29 तारीख को एक युवती के साथ दुष्कर्म और जलाकर मार डालने का मामला सुर्खियों में रहा था. लड़की निषाद जाति की थी तो इसको लेकर निषाद पार्टी की तरफ से भी मुद्दा बनाया गया.
इस मामले में आरोपी गिरफ्तार हो चुका है, लेकिन निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद की तरफ से इस मामले में कुछ और लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है. निषाद पार्टी का कहना है कि इसमें ग्राम प्रधान भी शामिल हैं. वहीं ग्राम प्रधान पर मुकदमा दर्ज किए जाने को लेकर प्रधान संगठन में रोष है. ग्राम प्रधान को गलत तरीके से फंसाए जाने को लेकर वह आक्रोशित हैं. इसी को लेकर पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन भी दिया है, जिसमें मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
क्या है मामला
दरअसल, जनपद के केराकत थाना क्षेत्र में 29 मई को एक युवती का शव गांव के बाहर पाया गया था. इस मामले में दुष्कर्म कर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था. मामला निषाद जाति से जुड़ा होने के कारण इस मामले को निषाद पार्टी की तरफ से भी राजनीतिक रंग दे दिया गया. मामले को लेकर निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद भी गांव पहुंचे थे. वहीं परिजनों के कहने पर इसमें तीन और लोगों पर 12 जून को मुकदमा दर्ज कराया गया, जिसमें ग्राम प्रधान भी शामिल हैं. इसी को लेकर प्रधान संगठन आक्रोशित है.
प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज यादव का कहना है कि ग्राम प्रधान पूरी तरह से निर्दोष हैं. इन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है, जिसके लिए उन्होंने पुलिस अधीक्षक को एक ज्ञापन भी दिया है कि इस मामले की निष्पक्ष जांच कराई जाए. अगर प्रधान दोषी हों तो उन्हें सजा जरूर दी जाए. वहीं इस मामले में पैरवी करने पर प्रधान संगठन के अध्यक्ष को जान से मारने की फोन पर धमकियां भी मिल रही हैं, जिसकी शिकायत भी उन्होंने दर्ज कराई है.
इस प्रकरण में निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद के कहने पर ग्राम प्रधान को गलत तरीके से फंसाया गया है, जबकि वह इस मामले में निर्दोष हैं. इस प्रकरण को लेकर एक ज्ञापन पुलिस अधीक्षक को दिया गया है और इस मामले में सीबीसीआईडी से जांच कराने की बात कही है.
-डॉ. मनोज यादव, जिलाध्यक्ष प्रधान संघ