जौनपुर: जिले के परिषदीय विद्यालयों में इंग्लिश मीडियम की साथ-साथ उर्दू मीडियम के स्कूल भी संचालित हो रहे हैं, लेकिन यह स्कूल अब नाम के रह गए हैं. इन स्कूलों में उर्दू के शिक्षक तो उपलब्ध हैं, लेकिन उर्दू की किताबें न मिल पाने के कारण यहां पढ़ाई अब हिंदी मीडियम में होती है. यहां के शिक्षक बाजार से अपने पैसे से उर्दू की किताबें खरीदकर इन स्कूलों को चलाने की कोशिश में जुटे हुए हैं.
परिषदीय विद्यालयों में नहीं हैं उर्दू की किताबें
- परिषदीय विद्यालयों में इंग्लिश मीडियम की साथ-साथ उर्दू मीडियम के स्कूल भी संचालित हो रहे हैं., लेकिन यह स्कूल अब नाम के रह गए हैं.
- कभी इन स्कूलों में उर्दू माध्यम से पढ़ाई होती थी, लेकिन आज उर्दू की किताबें न मिलने के कारण यह सामान्य स्कूल बनकर रह गए हैं.
- इन स्कूलों में उर्दू के शिक्षक तो तैनात हैं, लेकिन उर्दू की किताबें नहीं हैं.
- यहां शिक्षक खुद अपने पैसे से उर्दू की किताबें खरीदकर किसी तरह स्कूल चला रहे हैं.