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जौनपुर: मकर संक्रांति पर हवाओं में घुल रही है गुड़ और तिल की खुशबू

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में मकर संक्रांति की धूम देखी जा सकती है. जिले के बाजारों में गुड़ और तिल से बनी चीजें बिक्री के लिए सज चुकी हैं, जिसे लोग जमकर खरीद रहे हैं.

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मकर संक्रांति में गुड़ और तिल के सामान की बिक्री ज्यादा.
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Published : Jan 11, 2020, 6:32 AM IST

जौनपुर: मकर संक्रांति का पर्व नजदीक आते ही आसमान में रंग-बिरंगी पतंगें उड़ना शुरू हो जाती हैं. साथ ही घरों में तिल और गुड़ से बनी चीजें भी बनना शुरू हो जाती हैं. इन दिनों त्योहार के चलते घर से लेकर बाजार तक गुड़ के बनी खाने की चीजों की खासी मांग होती है. वहीं हवाओं में भी गुड़ की सोंधी खुशबू महसूस की जा रही है.

मकर संक्रांति को लेकर बढ़ी गुड़ और तिल की बिक्री.

गुड़ और तिल से बनी चीजों की काफी मांग
जौनपुर के बाजारों में इन दिनों गुड़ से बनी खाने की चीजों की काफी मांग है. तिल के बने पकवान इन दिनों बाजार में खूब बिक रहे हैं. मकर संक्रांति पर ऐसी मान्यता है कि इस त्योहार पर गुड़ और तिल के बने खाने की चीजों का उपयोग किया जाता है, जो कि शुभ माना जाता है. हालांकि अब लोग चीनी के बने हुए सामान को लोग कम प्रयोग कर रहे हैं. जबकि गुड़ के सामानों की मांग बढ़ी है. इसके चलते बाजारों में गुड़ की गजक, गुड़ की पट्टी और गुड़ के लट्ठे की सबसे ज्यादा मांग है.

रिश्तेदारों और बेटियों को देते हैं भेंट
पूर्वांचल में मकर संक्रांति का पर्व विशेष महत्त्व रखता है. इस पर्व के नजदीक आते ही बाजारों में एक अलग तरह की रौनक देखी जा सकती है. वहीं इस पर्व पर तरह-तरह के मिठाईयां बनना शुरू हो जाती है. इन दिनों लोग घरों में गुड़ और तिल की मिठाईयां बनाते हैं. बाजार में सैकड़ों की संख्या में दुकानें सज गई हैं. दुकानों पर पचासों तरह के गुड़ और तिल के बने हुए सामान बिक रहे हैं. जिले में ऐसी मान्यता है कि इस पर्व पर गुड़ और तिल के सामान के साथ लाई और चूड़ा को लेकर अपने रिश्तेदारों और बेटियों के यहां जाते हैं और उन्हें उपहार स्वरूप यह सामान भेंट करते हैं.

इस त्योहार पर चीनी के बने हुए सामानों की मांग कम होती है जबकि गुड़ की सामानों को लोग खूब खरीद करते हैं. एक बार फिर से गुड़ का चलन बढ़ गया है, क्योंकि गुड़ में कोई मिलावट नहीं है और यह इसी मिट्टी का पैदा हुआ है.

बाजार में गुड़ खरीदने आई निर्मला पाण्डेय ने बताया कि वह मकर संक्रांति के पर्व के लिए गुण खरीद रही हैं. घर पर ही वह गुड़ के पकवान बनाएंगी क्योंकि इस पर्व पर गुड़ और तिल के बने हुए सामान को ज्यादा प्रयोग करते हैं. लोग इस पर्व पर अपने रिश्तेदारों और बेटियों को गुड़ और तिल के सामान भेंट करते हैं.

मकर संक्रांति के पर्व के चलते गुड़ और तिल के बने हुए सामान की सबसे ज्यादा मांग है. लोग मान्यता के चलते अब गुड़ और तिल के सामान ज्यादा खरीद रहे हैं. दुकान पर करीब 25 से 30 तरह के गुड़ के पकवान मौजूद हैं.
-मोहित कश्यप, दुकानदार

इसे भी पढ़ें- क्या होती है क्यूरेटिव पिटीशन, जिसे निर्भया के दोषी कर सकते हैं दायर...

जौनपुर: मकर संक्रांति का पर्व नजदीक आते ही आसमान में रंग-बिरंगी पतंगें उड़ना शुरू हो जाती हैं. साथ ही घरों में तिल और गुड़ से बनी चीजें भी बनना शुरू हो जाती हैं. इन दिनों त्योहार के चलते घर से लेकर बाजार तक गुड़ के बनी खाने की चीजों की खासी मांग होती है. वहीं हवाओं में भी गुड़ की सोंधी खुशबू महसूस की जा रही है.

मकर संक्रांति को लेकर बढ़ी गुड़ और तिल की बिक्री.

गुड़ और तिल से बनी चीजों की काफी मांग
जौनपुर के बाजारों में इन दिनों गुड़ से बनी खाने की चीजों की काफी मांग है. तिल के बने पकवान इन दिनों बाजार में खूब बिक रहे हैं. मकर संक्रांति पर ऐसी मान्यता है कि इस त्योहार पर गुड़ और तिल के बने खाने की चीजों का उपयोग किया जाता है, जो कि शुभ माना जाता है. हालांकि अब लोग चीनी के बने हुए सामान को लोग कम प्रयोग कर रहे हैं. जबकि गुड़ के सामानों की मांग बढ़ी है. इसके चलते बाजारों में गुड़ की गजक, गुड़ की पट्टी और गुड़ के लट्ठे की सबसे ज्यादा मांग है.

रिश्तेदारों और बेटियों को देते हैं भेंट
पूर्वांचल में मकर संक्रांति का पर्व विशेष महत्त्व रखता है. इस पर्व के नजदीक आते ही बाजारों में एक अलग तरह की रौनक देखी जा सकती है. वहीं इस पर्व पर तरह-तरह के मिठाईयां बनना शुरू हो जाती है. इन दिनों लोग घरों में गुड़ और तिल की मिठाईयां बनाते हैं. बाजार में सैकड़ों की संख्या में दुकानें सज गई हैं. दुकानों पर पचासों तरह के गुड़ और तिल के बने हुए सामान बिक रहे हैं. जिले में ऐसी मान्यता है कि इस पर्व पर गुड़ और तिल के सामान के साथ लाई और चूड़ा को लेकर अपने रिश्तेदारों और बेटियों के यहां जाते हैं और उन्हें उपहार स्वरूप यह सामान भेंट करते हैं.

इस त्योहार पर चीनी के बने हुए सामानों की मांग कम होती है जबकि गुड़ की सामानों को लोग खूब खरीद करते हैं. एक बार फिर से गुड़ का चलन बढ़ गया है, क्योंकि गुड़ में कोई मिलावट नहीं है और यह इसी मिट्टी का पैदा हुआ है.

बाजार में गुड़ खरीदने आई निर्मला पाण्डेय ने बताया कि वह मकर संक्रांति के पर्व के लिए गुण खरीद रही हैं. घर पर ही वह गुड़ के पकवान बनाएंगी क्योंकि इस पर्व पर गुड़ और तिल के बने हुए सामान को ज्यादा प्रयोग करते हैं. लोग इस पर्व पर अपने रिश्तेदारों और बेटियों को गुड़ और तिल के सामान भेंट करते हैं.

मकर संक्रांति के पर्व के चलते गुड़ और तिल के बने हुए सामान की सबसे ज्यादा मांग है. लोग मान्यता के चलते अब गुड़ और तिल के सामान ज्यादा खरीद रहे हैं. दुकान पर करीब 25 से 30 तरह के गुड़ के पकवान मौजूद हैं.
-मोहित कश्यप, दुकानदार

इसे भी पढ़ें- क्या होती है क्यूरेटिव पिटीशन, जिसे निर्भया के दोषी कर सकते हैं दायर...

Intro:जौनपुर।। मकर संक्रांति का पर्व नजदीक आते ही जहां आसमान में रंग बिरंगी पतंगे उठना शुरू हो जाती है। तो वहीं घरों में तिल और गुड़ के सामान भी बनना शुरू हो जाते हैं । इन दिनों त्यौहार के चलते घर से लेकर बाजार तक चारों तरफ गुड़ के बने सामान की खासी मांग है । वही हवाओं में भी गुड़ की सोंधी खुशबू महसूस की जा रही है । जौनपुर के बाजारों में इन दिनों गुड के बने सामानों की खासी मांग है । वही तिल के बने पकवान भी इन दिनों बाजार में खूब बिक रहे हैं। मकर संक्रांति पर ऐसी मान्यता है किस त्यौहार पर गुड़ और तिल के बने हुए सामान को उपयोग किया जाता है जो शुभ माना जाता है । वहीं अब लोग चीनी के बने हुए सामान को कम प्रयोग कर रहे हैं जबकि गुड़ के सामानों की मांग भी बढ़ी है जिसके चलते बाजारों में गुड़ की गजक, गुड़ की पट्टी और गुड़ के लट्ठे की सबसे ज्यादा मांग है।


Body:वीओ।। पूर्वांचल में मकर संक्रांति का पर्व विशेष महत्त्व रखता है। जहां इस पर्व के नजदीक आते ही बाजारों में एक अलग तरह की रौनक देखी जा सकती है तो वहीं इस पर्व पर तरह-तरह के मिठाईयां बनना शुरू हो जाती है । इन दिनों लोग घरों में गुड़ और तिल की मिठाईयां बना रहे हैं। जिसके चलते इन दिनों हवाओं में गुड़ की सोंधी खुशबू महसूस की जा सकती है। तो वही बाजार में भी सैकड़ों की संख्या में दुकानें सज गई है। बाजार में जहां दुकानों पर पचासो तरह के गुड और तिल के बने हुए सामान बिक रहे हैं। वही जौनपुर में ऐसी मान्यता है कि इस पर्व पर गुड और तिल के सामान के साथ लाई और चूड़ा को लेकर अपने रिश्तेदारों और बेटियों के यहां जाते हैं और उन्हें उपहार स्वरूप यह सामान भेंट किया जाता है । जिसके चलते लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं । वहीं इस त्यौहार पर चीनी के बने हुए सामानों की मांग कम हुई है जबकि गुड़ की के सामानों को लोग खूब खरीद रहे हैं । एक बार फिर से गुड़ का चलन बढ़ गया है क्योंकि गुड में कोई मिलावट नहीं है और यह इसी मिट्टी का पैदा हुआ है।


Conclusion:बाजार में गुड़ खरीदने आई निर्मला पांडे ने बताया कि वह मकर संक्रांति के पर्व के लिए गुण खरीद रही हैं । वही घर पर ही वे गुड़ के पकवान बनाएंगे । वही इस पर्व पर गुड़ और तिल के बने हुए सामान को ज्यादा प्रयोग करते हैं और अपने रिश्तेदारों और बेटियों के यहां लोग जाते हैं और उन्हें गुड़ और तिल के सामान भेंट करते हैं।

बाइट- निर्मला पांडे -स्थानीय निवासी


दुकानदार मोहित कश्यप ने बताया कि मकर संक्रांति के पर्व के चलते हैं अब रौनक धीरे-धीरे बढ़ रही है.। वहीं गुड और तिल के बने हुए सामान की सबसे ज्यादा मांग है । लोग मान्यता के चलते अब गुड और तिल के समान ज्यादा खरीद रहे हैं । उनके पास 25 से 30 तरह के गुड़ के पकवान मौजूद हैं।

बाइट- मोहित कश्यप -दुकानदार

पीटीसी


Dharmendra singh
jaunpur
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