जौनपुर: मकर संक्रांति का पर्व नजदीक आते ही आसमान में रंग-बिरंगी पतंगें उड़ना शुरू हो जाती हैं. साथ ही घरों में तिल और गुड़ से बनी चीजें भी बनना शुरू हो जाती हैं. इन दिनों त्योहार के चलते घर से लेकर बाजार तक गुड़ के बनी खाने की चीजों की खासी मांग होती है. वहीं हवाओं में भी गुड़ की सोंधी खुशबू महसूस की जा रही है.
गुड़ और तिल से बनी चीजों की काफी मांग
जौनपुर के बाजारों में इन दिनों गुड़ से बनी खाने की चीजों की काफी मांग है. तिल के बने पकवान इन दिनों बाजार में खूब बिक रहे हैं. मकर संक्रांति पर ऐसी मान्यता है कि इस त्योहार पर गुड़ और तिल के बने खाने की चीजों का उपयोग किया जाता है, जो कि शुभ माना जाता है. हालांकि अब लोग चीनी के बने हुए सामान को लोग कम प्रयोग कर रहे हैं. जबकि गुड़ के सामानों की मांग बढ़ी है. इसके चलते बाजारों में गुड़ की गजक, गुड़ की पट्टी और गुड़ के लट्ठे की सबसे ज्यादा मांग है.
रिश्तेदारों और बेटियों को देते हैं भेंट
पूर्वांचल में मकर संक्रांति का पर्व विशेष महत्त्व रखता है. इस पर्व के नजदीक आते ही बाजारों में एक अलग तरह की रौनक देखी जा सकती है. वहीं इस पर्व पर तरह-तरह के मिठाईयां बनना शुरू हो जाती है. इन दिनों लोग घरों में गुड़ और तिल की मिठाईयां बनाते हैं. बाजार में सैकड़ों की संख्या में दुकानें सज गई हैं. दुकानों पर पचासों तरह के गुड़ और तिल के बने हुए सामान बिक रहे हैं. जिले में ऐसी मान्यता है कि इस पर्व पर गुड़ और तिल के सामान के साथ लाई और चूड़ा को लेकर अपने रिश्तेदारों और बेटियों के यहां जाते हैं और उन्हें उपहार स्वरूप यह सामान भेंट करते हैं.
इस त्योहार पर चीनी के बने हुए सामानों की मांग कम होती है जबकि गुड़ की सामानों को लोग खूब खरीद करते हैं. एक बार फिर से गुड़ का चलन बढ़ गया है, क्योंकि गुड़ में कोई मिलावट नहीं है और यह इसी मिट्टी का पैदा हुआ है.
बाजार में गुड़ खरीदने आई निर्मला पाण्डेय ने बताया कि वह मकर संक्रांति के पर्व के लिए गुण खरीद रही हैं. घर पर ही वह गुड़ के पकवान बनाएंगी क्योंकि इस पर्व पर गुड़ और तिल के बने हुए सामान को ज्यादा प्रयोग करते हैं. लोग इस पर्व पर अपने रिश्तेदारों और बेटियों को गुड़ और तिल के सामान भेंट करते हैं.
मकर संक्रांति के पर्व के चलते गुड़ और तिल के बने हुए सामान की सबसे ज्यादा मांग है. लोग मान्यता के चलते अब गुड़ और तिल के सामान ज्यादा खरीद रहे हैं. दुकान पर करीब 25 से 30 तरह के गुड़ के पकवान मौजूद हैं.
-मोहित कश्यप, दुकानदार
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