ETV Bharat / state

जौनपुर: सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद जलाई जा रही पराली, लापरवाह बना जिला प्रशासन

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भी लगातार पराली जलाई जा रही है. बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते ही सुप्रीम कोर्ट ने पराली जलाने पर रोक लगा रखी थी. प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही के चलते ग्रामीण लगातार पराली जला रहे हैं.

सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद जलाई जा रही पराली, लापरवाह बना जिला प्रशासन
author img

By

Published : Nov 8, 2019, 6:54 PM IST

जौनपुर: जिले में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही देखने को मिली है. पराली जलाने पर सख्ती से रोक के बावजूद भी लोग लागातार पराली जला रहे हैं. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के चलते धान की कटाई भी तेजी से मशीनों के जरिए की जा रही है. ऐसे में बुवाई के लिए आतुर किसान खेतों में फसल का अवशेष खुलेआम जला रहे हैं. वहीं इसके दूरगामी दुष्परिणामों के लिए प्रशासन द्वारा किसानों को जागरूक तक नहीं किया जा रहा है.

सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद जलाई जा रही पराली, लापरवाह बना जिला प्रशासन


जानें क्या है पूरा मामला-

  • सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ताख पर रखकर किसान पराली जला रहे हैं.
  • प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है.
  • प्रदूषण के चलते प्रदेश में पराली जलाने पर रोक लगाई गई थी.
  • एनजीटी ने कहना है कि पराली जलाने वाले किसान से जुर्माना वसूलने का आदेश है.
  • पराली जलते हुये पाये जाने पर क्षेत्रीय अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जायेगी.
  • पराली जलाने वाले किसानों को 2500 से लेकर 15000 तक का जुर्माना देना पड़ेगा

जौनपुर जिले में पराली जलाने वाले किसानों पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है. वहीं लगातार शहर की वायु गुणवत्ता काफी खराब हो रही है, जिसके लिए खेतों में पराली जलाये जाना एक बड़ा कारण है. खराब वायु गुणवत्ता के कारण अब उत्तर प्रदेश सरकार ने भी आदेश जारी किया है.

खेतों में पराली जलाने पर पूरी तरह से रोक लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं. साथ ही खेत में पराली जलते हुये पाये जाने पर क्षेत्र के स्थानीय अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जायेगी. येसा करते हुये पाये जाने पर किसानों को 2500 से लेकर 15000 तक का जुर्माने देना पड़ेगा.

जौनपुर: जिले में प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही देखने को मिली है. पराली जलाने पर सख्ती से रोक के बावजूद भी लोग लागातार पराली जला रहे हैं. वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के चलते धान की कटाई भी तेजी से मशीनों के जरिए की जा रही है. ऐसे में बुवाई के लिए आतुर किसान खेतों में फसल का अवशेष खुलेआम जला रहे हैं. वहीं इसके दूरगामी दुष्परिणामों के लिए प्रशासन द्वारा किसानों को जागरूक तक नहीं किया जा रहा है.

सुप्रीम कोर्ट की रोक के बावजूद जलाई जा रही पराली, लापरवाह बना जिला प्रशासन


जानें क्या है पूरा मामला-

  • सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ताख पर रखकर किसान पराली जला रहे हैं.
  • प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही साफ देखने को मिल रही है.
  • प्रदूषण के चलते प्रदेश में पराली जलाने पर रोक लगाई गई थी.
  • एनजीटी ने कहना है कि पराली जलाने वाले किसान से जुर्माना वसूलने का आदेश है.
  • पराली जलते हुये पाये जाने पर क्षेत्रीय अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जायेगी.
  • पराली जलाने वाले किसानों को 2500 से लेकर 15000 तक का जुर्माना देना पड़ेगा

जौनपुर जिले में पराली जलाने वाले किसानों पर प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है. वहीं लगातार शहर की वायु गुणवत्ता काफी खराब हो रही है, जिसके लिए खेतों में पराली जलाये जाना एक बड़ा कारण है. खराब वायु गुणवत्ता के कारण अब उत्तर प्रदेश सरकार ने भी आदेश जारी किया है.

खेतों में पराली जलाने पर पूरी तरह से रोक लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिये गये हैं. साथ ही खेत में पराली जलते हुये पाये जाने पर क्षेत्र के स्थानीय अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जायेगी. येसा करते हुये पाये जाने पर किसानों को 2500 से लेकर 15000 तक का जुर्माने देना पड़ेगा.

Intro:जौनपुर।। बढ़ते वायु प्रदूषण के चलते हैं सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश सरकार से पराली जलाने पर सख्ती से रोक लगाने के देश दिए हैं । तो वही प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के चलते यह कुप्रथा खत्म नहीं हो रही है । धान की कटाई तेजी से मशीनों के जरिए हो रही है। ऐसे में बुवाई के लिए आतुर किसान खेतों में फसल का अवशेष खुलेआम जला रहे हैं। वहीं इसके दूरगामी दुष्परिणामों से न तो किसानों को जागरूक किया जा रहा है नहीं प्रशासन ऐसे किसानों पर कोई कार्रवाई कर पा रहा है। वही जौनपुर में वायु की गुणवत्ता काफी खराब हो चली है । जिसके लिए खेतों में पराली का जलाये जाना एक बड़ा कारण है । पराली जलाने को लेकर जुर्माना लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं लेकिन अधिकारियों के कागजी आदेश अभी जमीन पर नहीं उतर सके हैं। इसलिए किसान अभी भी खेतों में पराली जला रहे हैं।


Body:वीओ।। खराब वायु गुणवत्ता के कारण अब उत्तर प्रदेश सरकार ने खेतों में पराली जलाने पर पूरी तरह से रोक लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं । वहीं जौनपुर जनपद में जिलाधिकारी के माध्यम से सभी क्षेत्रीय अधिकारियों को पराली जलाने पर पूर्णतया रोक लगाने के आदेश भी दिए हैं । वहीं अगर किसी क्षेत्र में पराली जलती हुई पाई गई तो उस क्षेत्र के स्थानीय अधिकारी पर कार्रवाई भी होगी । वही ऐसा करने वाले किसानों के लिए ढाई हजार से लेकर 15000 तक के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है लेकिन यह सभी सरकारी आदेश अभी केवल कागजों में ही चल रहे हैं । जबकि जमीन पर खुलेआम खेतों में पराली जलने का सिलसिला जारी है।


Conclusion:नाम न बताने की शर्त पर किसान ने बताया कि खेतों में आग लगाने कि उनकी मजबूरी है क्योंकि बुवाई करने के लिए खेतों में घास और पुराने फसल के अवशेष को इकट्ठा करके जलाया जाता है ताकि खेतों की बुवाई की जा सके।

बाइट-किसान

जौनपुर के कृषि उपनिदेशक जय प्रकाश ने बताया कि एनजीटी ने पराली जलाने वाले किसान पर जुर्माना वसूलने के आदेश है।वही ऐसे किसानों का पता चलते ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा कर कारवाई की जायेगी।

बाइट-जय प्रकाश- कृषि उपनिदेशक जौनपुर


पीटीसी



Dharmendra singh
jaunpur
9044681067
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.