जौनपुर: जिले के शीतला चौकिया मंदिर गर्भगृह के पंडों में कोरोना गाइडलाइन को लेकर असंतोष है. पंडों ने इसके खिलाफ मंदिर परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है. मंदिर के पंडों का कहना है कि कोविड-19 के कारण पहले ही एक साल उनकी जीविका प्रभावित हुई है. अब कोराना की गाइडलाइन ने उनकी कमर ही तोड़ कर रख दी है. इस गाइडलाइन ने उन पर जीविका चलाने को लेकर आफत खड़ा कर दी है.
ये है कोरोना की गाइडलाइन
कोरोना गाइडलाइन के बाद मंदिर गर्भगृह में केवल 5 लोगों को जाने की अनुमति है. इसी को देखते हुए मंदिर के पंडों ने इसका विरोध शुरू कर दिया है. मंदिर के पंडा बताते हैं कि शीतला शक्तिपीठ के कारण उनके परिवार का भरण पोषण होता है. नवरात्र के दौरान बड़ी संख्या में भक्त दर्शन करने आते हैं. ऐसे में कोरोना की गाइडलाइन से उनकी जीविका प्रभावित हो रही है.
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पंडों ने लगाया सख्ती करने का आरोप
मंदिर के पंडों का कहना है कि प्रशासन चाहे तो भीड़ को सही तरह से कंट्रोल कर सकता है. मंदिर परिसर में प्रवेश के लिए तीन अलग-अलग रास्ते हैं. यदि उनका उपयोग सही तरह से किया जाए तो भीड़ को आने से रोका जा सकता है. इस तरह से कोरोना संक्रमण से भी बचा जा सकता है. इस पर नहीं सोचा गया तो लगभग 300 परिवारों इससे प्रभावित होंगे. उन्होंने कहा कि अधिकारी सुनने के लिए तैयार ही नहीं हैं.