जौनपुर: इन दिनों जनपद में प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ के आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. सीएम ने जिले के सभी विभागों को निर्देश जारी किया था कि सभी विभागों के अधिकारी व कर्मचारी नियमित समय पर कार्यालय पहुंचे और जनता से जुड़े मामलों का निपटान करें. लेकिन जमीनी हकीकत ठीक इसके विपरीत है यानी कह सकते हैं कि यहां सरेआम सरकारी आदेशों की धज्जियां उड़ाई जा रही है. वहीं, जब ईटीवी भारत की टीम रियलिटी चेक के लिए जनपद स्थित लोक निर्माण विभाग के कार्यालय पहुंची तो वहां के दृश्य हैरान करने वाले थे. यहां लोक निर्माण खंड के अधिशासी अधिकारी जैनू राम सहित दो दर्जन से अधिक कर्मचारी अपने कक्षों में अनुपस्थित मिले.
हालांकि, जब इसकी सूचना डीएम मनीष कुमार वर्मा को दी गई तो उन्होंने तुरंत एक टीम गठित किया, जिसमें प्रशिक्षु एसडीएम माज अख्तर को जांच के लिए कार्यालय भेजा गया. इधर, कार्यालय पहुंचने पर जांच अधिकारी ने पाया कि कुछ कमर्चारी बिना छुट्टी के ही गायब है. इस बीच जांच अधिकारी ने दो कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा है. साथ ही उपस्थिति पंजिका में फर्जी हस्ताक्षर पाए जाने पर प्रशिक्षु एसडीएम ने कार्यालय के लिपिक का दो दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया है. इस दौरान मदन पाल नाम का एक कर्मचारी प्रशिक्षु एसडीएम से माफी मांगते नजर आया.
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इस मामले में जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी व कर्मचारी समय से अपने कार्यालय में उपस्थित रहकर जनता की समस्याओं का निपटान करें. वहीं, उन्होंने कहा कि कार्यालयों में इसी प्रकार से औचक निरीक्षण होंगे और निरीक्षण के दौरान जो भी अधिकारी व कर्मचारी निर्धारित समय पर कार्यालय में हाजिर नहीं होंगे उनके खिलाफ उचित कार्रवाई होगी.
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