ETV Bharat / state

जौनपुर: बच्चों में आयरन-खून बढ़ाने वाली सरकारी दवाइयों में लगाई आग

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में बच्चों को दी जाने वाली आयरन की दवाइयां कूड़े के ढ़ेर में पड़ी मिली. जिम्मेदार अधिकारी द्वारा अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए कूड़े में पड़ी सारी दवा को आग के हवाले कर दिया गया है.

etv bharat
आयरन, खून बढ़ाने वाली सरकारी दवाईयों में लगाई गई आग.
author img

By

Published : Jan 20, 2020, 6:09 PM IST

जौनपुर: बच्चों में आयरन की कमी को दूर करने के लिए सरकारी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि एनीमिया की समस्या पर काबू पाया जा सके, लेकिन जौनपुर में स्कूली बच्चों के लिए आयी आयरन एंड फोलिक एसिड सप्लीमेंट की दवा के बंडल कूड़े के ढेर में मिले हैं.

आयरन, खून बढ़ाने वाली सरकारी दवाईयों में लगाई गई आग.

सुईथाकला बीआरसी कार्यालय के सामने एक खंडहर भवन के किनारे भारी मात्रा में कूड़े में फेंकी गई इस दवा में तमाम ऐसी हैं, जिनकी एक्सपायरी डेट बाकी है. कूड़े में फेंकी गयी दवा का वीडियो वायरल होने बाद स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है. जिम्मेदार अधिकारी द्वारा अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए कूड़े में पड़ी सारी दवा को आग के हवाले कर दिया गया है.

कूड़े के ढ़ेर में मिली दवाइयां

  • सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में खून की कमी को दूर करने के लिए आयरन और फोलिक एसिड की दवाएं बांटी जाती हैं.
  • जौनपुर में ये दवाएं बच्चों को नहीं खिलाई जाती हैं, बल्कि इनकी खानापूर्ति की जाती हैं.
  • सुईथाकला बीआरसी परिसर में भारी मात्रा में सरकारी दवाएं फेंकी हुई पाई गई हैं.
  • आयरन और फोलिक एसिड की दवाएं अभी भी उपयोग करने लायक हैं.
  • इन दवाओं को बच्चों को खिलाने की बजाय उन्हें कूड़े में फेंक दिया गया.
  • इन दवाओं में आग लगाकर अपनी कमियों को छुपाने के प्रयास का आरोप है.
  • पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को जिम्मेदार माना है.

जौनपुर: बच्चों में आयरन की कमी को दूर करने के लिए सरकारी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि एनीमिया की समस्या पर काबू पाया जा सके, लेकिन जौनपुर में स्कूली बच्चों के लिए आयी आयरन एंड फोलिक एसिड सप्लीमेंट की दवा के बंडल कूड़े के ढेर में मिले हैं.

आयरन, खून बढ़ाने वाली सरकारी दवाईयों में लगाई गई आग.

सुईथाकला बीआरसी कार्यालय के सामने एक खंडहर भवन के किनारे भारी मात्रा में कूड़े में फेंकी गई इस दवा में तमाम ऐसी हैं, जिनकी एक्सपायरी डेट बाकी है. कूड़े में फेंकी गयी दवा का वीडियो वायरल होने बाद स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है. जिम्मेदार अधिकारी द्वारा अपनी लापरवाही को छुपाने के लिए कूड़े में पड़ी सारी दवा को आग के हवाले कर दिया गया है.

कूड़े के ढ़ेर में मिली दवाइयां

  • सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में खून की कमी को दूर करने के लिए आयरन और फोलिक एसिड की दवाएं बांटी जाती हैं.
  • जौनपुर में ये दवाएं बच्चों को नहीं खिलाई जाती हैं, बल्कि इनकी खानापूर्ति की जाती हैं.
  • सुईथाकला बीआरसी परिसर में भारी मात्रा में सरकारी दवाएं फेंकी हुई पाई गई हैं.
  • आयरन और फोलिक एसिड की दवाएं अभी भी उपयोग करने लायक हैं.
  • इन दवाओं को बच्चों को खिलाने की बजाय उन्हें कूड़े में फेंक दिया गया.
  • इन दवाओं में आग लगाकर अपनी कमियों को छुपाने के प्रयास का आरोप है.
  • पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को जिम्मेदार माना है.
Intro:जौनपुर।।
बच्चों में आयरन की कमी को दूर करने के लिए सरकारी अभियान चलाया जा रहा है, ताकि एनीमिया की समस्या पर काबू पाया जा सके, लेकिन जौनपुर में स्कूली बच्चो के लिए आई दवा विकली आयरन एंड फोलिक एसिड सप्लीमेंट की दवा के बंडल कूड़े के ढेर मेें मिला हैं । सुईथाकला बीआरसी कार्यालय के सामने एक खंडहर भवन के किनारे भारी मात्रा में कूड़े में फेंकी गई इस दवा में तमाम ऐसी हैं, जिनकी मियाद बाकी है। कूड़े में फेंकी गयी दवा की वीडियोि वायरल होंने बाद स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में हड़कम्प मच गया है । वहीं जिम्मेदार अधिकारी द्वारा अपनीं लापरवाही को छुपाने के लिए कूड़े में पड़े सारी दवा को आग के हवाले कर दिया गया है । Body:वीओ।। सरकार सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों में खून की कमी को दूर करने के लिए आयरन और फोलिक एसिड की दवाएं बाटी जाती है लेकिन जौनपुर में यह दवाएं बच्चों को नहीं खिलाई जाती हैं बल्कि इनकी खानापूर्ति की जाती है । सुई था कला बीआरसी परिसर में भारी मात्रा में सरकारी दवाएं फेंकी हुई पाई गई। आयरन और फोलिक एसिड किए दबाए अभी उपयोग करने लायक हैं इनकी समाप्त होने की अवधि भी अभी बची हुई है लेकिन फिर भी इन दवाओं को बच्चों की खिलाने की बजाय उन्हें कूड़े में फेंक दिया गया । इस पूरे मामले का एक वीडियो वायरल होने पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया तो वही फिर इन दवाओं में आग लगाकर अपनी कमियों को छुपाने का प्रयास भी किया गया। वहीं पूरे मामले पर स्वास्थ्य विभाग ने शिक्षा विभाग को जिम्मेदार माना है।Conclusion:सुइथा कला सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के कार्यालय प्रभारी गंगाराम यादव ने बताया की दवाएं स्कूलों में बच्चों को बांटने के लिए बीआरसी को दी गई थी । इन दवाओं को खिलाने के माध्यम से उन में खून की कमी दूर होती है। वहीं इस मामले में शिक्षा विभाग की लापरवाही है।

बाइट- गंगाराम यादव -कार्यालय प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुइथा कला

खबर व्रेप से भेजी गई है।

Dharmendra singh
jaunpur
9044681067
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.