जौनपुर: जिले के वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल यूनिवर्सिटी में अल्ट्रासोनिक एवं पदार्थ विज्ञान विषयक पर तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया है. जिसमें यूके,अमेरिका, फ्रांस व नेपाल सहित भारत के सभी राज्य से 350 से ज्यादा वैज्ञानिक एवं छात्र - छात्राओं ने भाग लिया. कार्यक्रम का प्रथम उद्घाटन सत्र अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में किया गया और द्वितीय प्रोग्राम रज्जू भैया संकाय के आर्यभट्ट सभागार में आयोजन किया गया. इस दौरान बाहर से आए वैज्ञानिकों ने नैनोटेक्नोलॉजी के विकास के बारे में छात्रों से बातें साझा की. जिससे स्कॉलर छात्रों के नैनो टेक्नोलॉजी पर ज्ञान वर्धन हो सकें.
वैज्ञानिक ने बताया हर रोज टेक्नोलॉजी बदलती जा रही है
वैज्ञानिक ने बताया कि किसी भी देश के इंडस्ट्रियल एवं कृषि क्षेत्र में कितनी उत्पाद उत्पादकता बढ़ा सकते हैं. इंडस्ट्रियल क्षेत्र में रोज टेक्नोलॉजी बदलती जा रही है. पिछड़ी टेक्नोलॉजी ऑफसेट होती जा रही नई टेक्नोलॉजी जगह बना रही है. जिसका अर्थ है कि नई टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने से हमारे देश में तरक्की से ज्यादा से ज्यादा हो सकती है. ऐसे सेमिनार से जो रिसर्च स्कॉलर है साथ ही जो एक्सपर्ट इस सेमिनार में शामिल हुए उनके लेक्चर से रास्ता बनेगा और उनके शोध में गुणवत्ता आएगी.
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजाराम ने जानकारी देते हुए बताया
विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अल्ट्रासोनिक एवं पदार्थ विज्ञान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया है. इसमें देश के हर राज्य से और दुनिया के 5 देशों से 350 वैज्ञानिक और रिसर्च स्कॉलर भाग लेंगे. जो इसमें अपने विशेष व्याख्यान देंगे. जिससे नैनोटेक्नोलॉजी से मेडिकल क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन आ सकेगा.आजकल नैनोमेडिसिन पर कार्य हो रहा है. इस सेमिनार से विश्वविद्यालय के छात्र किसी भी सीमा से आगे जा सकेंगे. यहां पर बड़े-बड़े वैज्ञानिक जो ख्याति बंद है उसे इंटरेस्ट करने का मौका मिलेगा और उनके शोध कार्यों में लाभ होगा.
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