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जौनपुर: पीड़ितों का आरोप, पीएम आवास बनाने में दबंग बने रोड़ा

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में गरीबों को मिला प्रधानमंत्री आवास किसी मुसीबत से कम नहीं है. पीड़ितों का आरोप है कि कुछ दबंग उनको आवास का निर्माण कराने ही नहीं दे रहे हैं.

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पीड़ितों ने गांव के दबंगों पर लगाया आरोप.
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Published : Dec 16, 2019, 11:37 PM IST

जौनपुर: जिले में मड़ियाहूं तहसील कि रिकेबीपुर गांव में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मिलने के बावजूद वे अपना आवास नहीं बना पा रहे हैं. आरोप है कि गांव के कुछ दबंग लोग उनका आवास बनने नहीं दे रहे हैं, जिसकी शिकायत को लेकर पीड़ित डीएम ऑफिस पहुंचे थे.

जानकारी देते पीड़ित.


प्रधानमंत्री आवास जौनपुर में गरीबों के लिए मुसीबत बना हुआ है. दरअसल मड़ियाहूं तहसील की रिकेबीपुर गांव में अनुसूचित जनजाति के लोगों को प्रधानमंत्री आवास मिला और वह उसकी निर्माण की तैयारी करने लगे.


आरोप है कि उन्होंने जमीन पर जैसे ही निर्माण कार्य शुरू किया, गांव के कुछ दबंग लोगों ने उनके निर्माण कार्य को रूकवा दिया. अब यह गरीब ठंड के मौसम में अधिकारियों के दरवाजों पर न्याय की गुहार लगा रहे हैं.

ये भी पढ़ें- जौनपुर: अल्टीमेटम के बाद भी लेखपालों का प्रदर्शन, कहा-हम डरने वाले नहीं

उप जिलाधिकारी ने भी इन गरीबों को आवास बनाने के लिए आदेश दे रखा है, लेकिन उनका आदेश भी अब सिर्फ एक कोरा कागज बन कर रह गया है. सोमवार को पीड़ित जिलाधिकारी कार्यालय पर 5 घंटे तक कड़ाके की ठंड में डीएम का इंतजार करते रहे, लेकिन मीटिंग के चलते उनकी मुलाकात नहीं हो सकी.

जौनपुर: जिले में मड़ियाहूं तहसील कि रिकेबीपुर गांव में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवास मिलने के बावजूद वे अपना आवास नहीं बना पा रहे हैं. आरोप है कि गांव के कुछ दबंग लोग उनका आवास बनने नहीं दे रहे हैं, जिसकी शिकायत को लेकर पीड़ित डीएम ऑफिस पहुंचे थे.

जानकारी देते पीड़ित.


प्रधानमंत्री आवास जौनपुर में गरीबों के लिए मुसीबत बना हुआ है. दरअसल मड़ियाहूं तहसील की रिकेबीपुर गांव में अनुसूचित जनजाति के लोगों को प्रधानमंत्री आवास मिला और वह उसकी निर्माण की तैयारी करने लगे.


आरोप है कि उन्होंने जमीन पर जैसे ही निर्माण कार्य शुरू किया, गांव के कुछ दबंग लोगों ने उनके निर्माण कार्य को रूकवा दिया. अब यह गरीब ठंड के मौसम में अधिकारियों के दरवाजों पर न्याय की गुहार लगा रहे हैं.

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उप जिलाधिकारी ने भी इन गरीबों को आवास बनाने के लिए आदेश दे रखा है, लेकिन उनका आदेश भी अब सिर्फ एक कोरा कागज बन कर रह गया है. सोमवार को पीड़ित जिलाधिकारी कार्यालय पर 5 घंटे तक कड़ाके की ठंड में डीएम का इंतजार करते रहे, लेकिन मीटिंग के चलते उनकी मुलाकात नहीं हो सकी.

Intro:जौनपुर।। प्रधानमंत्री आवास जहां गरीबों के लिए एक बड़ी सौगात है क्योंकि जिन लोगों के पास रहने को घर नहीं था । उनको आवास मिलने के बाद उन्हें एक सुरक्षित आसरा मिला है लेकिन जौनपुर में गरीबों को मिला प्रधानमंत्री आवास किसी मुसीबत से कम नहीं है । क्योंकि गांव के अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लोगों को आवास मिलने के बाद भी दबंग रोड़ा बन रहे हैं। ऐसा ही मामला मड़ियाहूं तहसील कि रिकेबी पुर गांव का है जहां पर अनुसूचित जनजाति के लोगों को एक दर्जन आवास मिला लेकिन वह आवास के लिए नीव तक नहीं खुदवा सके । गांव के ही कुछ दबंग लोग इन गरीबों के आवास बने नहीं दे रहे हैं जबकि इस आवास को बनने के लिए उप जिलाधिकारी ने भी अनुमति दे रखी है। वही आज यह पीड़ित लोग 5 घंटे जमीन पर बैठकर जिलाधिकारी का इंतजार करते रहे लेकिन भरी ठंड में आंखों में उम्मीदें लेकर आवास के लिए बैठे रहे।


Body:वीओ।। प्रधानमंत्री आवास जौनपुर में गरीबों के लिए मुसीबत बना हुआ है क्योंकि आवास मिलने की जितनी खुशी इन गरीबों को हुई लेकिन उनकी खुशी उस समय काफूर हो गई। जब वह आवास बनाने की तैयारी करने लगे मड़ियाहूं तहसील की रिकेबीपुर गांव में ऐसा ही हुआ। जब अनुसूचित जनजाति के लोगों को प्रधानमंत्री आवास मिला और वह उसकी निर्माण की तैयारी करने लगे । जैसे ही उन्होंने आबादी की जमीन पर फावड़ा चलाया तो गांव के दबंग किस्म के लोग उनके निर्माण कार्य को रुकवा दिया। अब यह गरीब ठंड के मौसम में अधिकारियों के दरवाजों पर न्याय की गुहार लगा रहे हैं । उप जिलाधिकारी ने भी इन गरीबों को आवास बनाने के लिए आदेश दे रखा है लेकिन उनका आदेश भी अब सिर्फ एक कोरा कागज बन कर रह गया है। वही यह गरीब आज जिलाधिकारी कार्यालय पर 5 घंटे तक कड़ाके की ठंड में जमीन पर बैठकर इंतजार करते रहे कि वह अपनी मुसीबत को जिलाधिकारी को सुनाएंगे । लेकिन मीटिंग के चलते उनकी मुसीबत बढ़ती दिखी।


Conclusion:जिलाधिकारी से मिलने आए वकील ने बताया कि उनके मिले हुए प्रधानमंत्री आवास को गांव के दबंग किस्म के लोग बनने नहीं दे रहे हैं। वहीं इसको बनने के लिए उपजिलाधिकारी का भी आदेश है ।उसके बावजूद भी वह अपना आवास नहीं बनवा पा रहे हैं।

बाइट-वकील कुमार-पीड़ित


गुड्डुल कुमार ने बताया कि उनके प्रधानमंत्री आवास को गांव के दबंग लोग नहीं बनने दे रहे हैं । वही वह आज दोपहर 12:00 बजे से जिलाधिकारी का इंतजार कर रहे हैं लेकिन शाम तक मुलाकात नहीं हो सकी।

बाइट-गुड्डुल -पीड़ित


Dharmendra singh
jaunpur
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