जौनपुर: एक तरफ मोदी सरकार ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल कर रही है. वहीं अब प्रदेश के गांवो में भी 18 घंटे तक बिजली की आपूर्ति हो रही है. बढ़ती गर्मी के चलते इन दिनों विद्युत आपूर्ति की व्यवस्था लड़खड़ा गई है. वहीं जौनपुर के बिजली विभाग के अधिकारियों को ऊर्जा की बचत की कोई चिंता नहीं है. यह अधिकारी आम लोगों से जरूर बिजली की बर्बादी को रोकने की बात कहते हैं, लेकिन खुद अपने कार्यालयों में खुलेआम ऊर्जा की बर्बादी करते पाए गए.
ऊर्जा संरक्षण के दावे फेल...
- ऊर्जा संरक्षण के लिए बड़े-बड़े वादे और बातें अधिकारी से लेकर राजनेता करते हैं.
- जब बात खुद ऊर्जा संरक्षण की आती है, तो वह इससे पीछे हट जाते हैं.
- जौनपुर के पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के कार्यालय में विद्युत उप महाप्रबंधक और तीन अधिशासी अभियंताओं की अनुपस्थिति में उनके कार्यालय में एसी चलता हुआ पाया गया.
- कार्यालय में अधिकारी मौजूद नहीं थे, लेकिन उनकी मौजूदगी में कमरे की ठंडक को एसी के माध्यम से बरकरार रखा गया था.
जब इस मामले में कार्यालय के सहायक से बात की गई, तो उन्होंने भी इसे गलत बताया, लेकिन दूसरे अधिकारी के कार्यालय सहायक ने कहा कि यह विद्युत विभाग का कार्यालय है, तो यहां बिजली की कैसी चिंता.