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जौनुपरः किसी को मिले गोल्ड मेडल तो किसी के हाथ आए जूठे पत्तल

उत्तर प्रदेश के जौनपुर में पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में नाबालिग बच्चों से जूठे पत्तल उठवाने का मामला प्रकाश में आया है. इस कार्यक्रम में प्रदेश की राज्यपाल ने भी हिस्सा लिया था. वहीं जब इस संबंध में कार्यक्रम के आयोजक से पूछा गया तो उन्होंने बच्चों को बालिग बता दिया.

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दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में जूठे पत्तल उठाते बच्चे.
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Published : Dec 3, 2019, 9:25 PM IST

जौनपुरः पूर्वांचल विश्वविद्यालय का 23वां दीक्षांत समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया. इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 67 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल बांटे. वहीं कार्यक्रम में शामिल हुए विशिष्ट अतिथियों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया था और अतिथियों को भोजन करने के लिए नाबालिग बच्चों को जिम्मेदारी दी गई थी. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन बच्चों को बालिग बताया, जबकि बच्चों ने अपनी उम्र 15 साल बताई है.

जौनपुर पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का आयोजन.

दीक्षांत समारोह के दौरान आनंदी बेन पटेल ने बाल विवाह, दहेज प्रथा से लेकर पानी बचाने जैसे संकल्प दिलाएं. वहीं टीवी की बीमारी को खत्म करने की बात भी कही, लेकिन इसी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के खानपान के दौरान नाबालिग बच्चों को लगाया गया था. विश्वविद्यालय प्रशासन को इतनी फुर्सत नहीं रही कि वह बच्चों की उम्र को भी देख सके. यह नाबालिग बच्चे दूसरों का जूठा उठाने का काम कर रहे थे.

इसे भी पढ़ें- जौनपुर: शौचालय के बिना ही संचालित हो रहा है कन्या प्राथमिक विद्यालय

जब बच्चों से बात की गई तो उन्होंने अपनी उम्र 15 साल बताई, जबकि कार्यक्रम के आयोजक ने बताया कि सभी बच्चे बालिग हैं. इनको आधार कार्ड देख कर लगाया गया है, लेकिन उन्हीं के सामने बच्चों ने अपने आपको नाबालिग बताया.

जौनपुरः पूर्वांचल विश्वविद्यालय का 23वां दीक्षांत समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया. इस दौरान राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 67 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल बांटे. वहीं कार्यक्रम में शामिल हुए विशिष्ट अतिथियों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया था और अतिथियों को भोजन करने के लिए नाबालिग बच्चों को जिम्मेदारी दी गई थी. वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने इन बच्चों को बालिग बताया, जबकि बच्चों ने अपनी उम्र 15 साल बताई है.

जौनपुर पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह का आयोजन.

दीक्षांत समारोह के दौरान आनंदी बेन पटेल ने बाल विवाह, दहेज प्रथा से लेकर पानी बचाने जैसे संकल्प दिलाएं. वहीं टीवी की बीमारी को खत्म करने की बात भी कही, लेकिन इसी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के खानपान के दौरान नाबालिग बच्चों को लगाया गया था. विश्वविद्यालय प्रशासन को इतनी फुर्सत नहीं रही कि वह बच्चों की उम्र को भी देख सके. यह नाबालिग बच्चे दूसरों का जूठा उठाने का काम कर रहे थे.

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जब बच्चों से बात की गई तो उन्होंने अपनी उम्र 15 साल बताई, जबकि कार्यक्रम के आयोजक ने बताया कि सभी बच्चे बालिग हैं. इनको आधार कार्ड देख कर लगाया गया है, लेकिन उन्हीं के सामने बच्चों ने अपने आपको नाबालिग बताया.

Intro:जौनपुर।। पूर्वांचल विश्वविद्यालय का 23 वां दीक्षांत समारोह आज आयोजित हुआ। दीक्षांत समारोह उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथों संपन्न हुआ उन्होंने अपने हाथों से 67 छात्र छात्राओं को गोल्ड मेडल बांटे । वही इस कार्यक्रम के दौरान विशिष्ट अतिथियों के लिए भोजन का प्रबंध किया गया था। इस कार्यक्रम में नाबालिक बच्चों को लगाया गया था । राज्यपाल की मौजूदगी में बाल मजदूरी विश्वविद्यालय के लिए शर्मिंदगी भरा है लेकिन बच्चों से बाल मजदूरी कराकर विश्वविद्यालय की तरफ से आखिर लापरवाही का संदेश भी दिया गया। इन नाबालिग बच्चों को विश्वविद्यालय की तरफ से बालिग बताया गया लेकिन बच्चे अपनी उम्र 15 साल बताई जो नाबालिक श्रेणी में आते है।


Body:वीओ।। जौनपुर के पूर्वांचल विश्वविद्यालय में आज 23 वां दीक्षांत समारोह आयोजित हुआ । इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल आनंदीबेन पटेल पहुंची । दीक्षांत समारोह के दौरान आनंदीबेन पटेल ने बाल विवाह , दहेज प्रथा से लेकर पानी बचाने जैसे संकल्प दिलाएं । तो वही टीवी की बीमारी को खत्म करने की बात भी कही। लेकिन इसी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथियों के खानपान के दौरान नाबालिग बच्चों को लगाया गया था। विश्वविद्यालय प्रशासन को इतनी फुर्सत नहीं रही कि वह बच्चों की उम्र को भी देख सकें। यह नाबालिक बच्चे दूसरों का जूठा उठाने का काम कर रहे थे। जब बच्चों से बात की गई तो वह अपने को 15 साल का बताया । वही इस कार्यक्रम में एक नहीं बल्कि तीन-तीन नाबालिक बच्चे काम करते हुए दिखाई दिए। जबकि विश्वविद्यालय की तरफ से लगाए गए आयोजक ने बताया कि सभी बच्चे बालिग हैं जिनको आधार कार्ड देख कर लगाया गया है लेकिन उन्हीं के सामने बच्चे ने अपनी उम्र 15 साल बताई।


Conclusion:दीक्षांत समारोह के खानपान कार्यक्रम में काम कर रहे नाबालिक आकाश ने बताया कि उसकी उम्र 15 साल है वह यहां पर झूठा उठाने का काम कर रहा है जिसे काम के बदले 350 रुपये मिलेंगे।

बाइट- आकाश -नाबालिग मजदूर


पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कार्यक्रम संयोजक अशोक सिंह ने बताया कि कोई भी नाबालिक नहीं है । कार्यक्रम में काम करने वाले सभी 18 साल के ऊपर के हैं जिनको आधार कार्ड देख कर लगाया गया है।

बाइट- अशोक सिंह- कार्यक्रम संयोजक


पीटीसी

Dharmendra singh
jaunpur
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