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Jaunpur में लाइसेंस समाप्त होने के बाद भी दवा बना रही थी आयुर्वेदिक कंपनी

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Published : Mar 15, 2023, 1:21 PM IST

जौनपुर में आयुर्वेदिक दवा कंपनी में सोमवार को धमाका हुआ था. इस हादसे एक की मौत हो गई थी. वहीं, दो की हालत अब भी नाजुक है. डीएम ने मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह को सौंप दी है.

Ayurvedic medicine factory in Jaunpur
Ayurvedic medicine factory in Jaunpur

जौनपुरः जिले के सिटी कोतवाली क्षेत्र में सोमवार को आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनी में धमाका की घटना सामने आई थी. इसमें एक मौत हो गई थी. वहीं, 2 लोग बुरी तरह झुलस गए थे. इस घटना की जांच में पता चला है कि दवा कंपनी का लाइसेंस पिछले साल ही खत्म हो गया था. लाइसेंस बिना अपग्रेड कराए ही फैक्ट्री में दवा का निर्माण कार्य जारी था. डीएम ने मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह को सौंपी है.

हादसे का जायजा लेने पहुंचे अग्निशमन अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि हादसा फास्फोरस के कंटेनर में हुए विस्फोट के कारण होने की आशंका हैं. विस्फोट में बुरी तरह झुलस जाने से नूर मोहम्मद की मौत हो गई थी. वहीं, रियाज और फैज वाराणसी के निजी अस्पताल भर्ती है, जहां इनकी हालत स्थिर है.

क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉक्टर कमल कुमार ने बताया कि आफताब आलम खां एलिम्पिक लेबोरेट्रीज इंडिया ख्वाजगी टोला-ए जौनपुर के नाम से दर्द निवारक तेल बनाया जा रहा था. इसमें जड़ी बूटियों के मिश्रण से तेल बनाया जाता था. ये ब्लास्ट किस कारण से हुआ, ये जांच का विषय है. नवम्बर 2022 में इस कंपनी का लाइसेंस नवीनीकरण के लिए लखनऊ भेजा गया है, लेकिन अभी तक लाइसेंस अपग्रेड होकर नहीं आया है. उन्होंने बताया कि दवा कारखाने के लिए फायर एनओसी की अभी तक कोई आवश्यकता नहीं होती थी. हालांकि लाइसेंस की वैधता खत्म होने के बाद फैक्ट्री चलाने को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. प्रशासनिक अमला मामले की जांच कर रहा है.

ये भी पढ़ेंः DGP DS Chauhan ने कहा- जमीन का कब्जा दिलाना और हटवाना पुलिस का काम नहीं

जौनपुरः जिले के सिटी कोतवाली क्षेत्र में सोमवार को आयुर्वेदिक दवा बनाने वाली कंपनी में धमाका की घटना सामने आई थी. इसमें एक मौत हो गई थी. वहीं, 2 लोग बुरी तरह झुलस गए थे. इस घटना की जांच में पता चला है कि दवा कंपनी का लाइसेंस पिछले साल ही खत्म हो गया था. लाइसेंस बिना अपग्रेड कराए ही फैक्ट्री में दवा का निर्माण कार्य जारी था. डीएम ने मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट देवेंद्र सिंह को सौंपी है.

हादसे का जायजा लेने पहुंचे अग्निशमन अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि हादसा फास्फोरस के कंटेनर में हुए विस्फोट के कारण होने की आशंका हैं. विस्फोट में बुरी तरह झुलस जाने से नूर मोहम्मद की मौत हो गई थी. वहीं, रियाज और फैज वाराणसी के निजी अस्पताल भर्ती है, जहां इनकी हालत स्थिर है.

क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डॉक्टर कमल कुमार ने बताया कि आफताब आलम खां एलिम्पिक लेबोरेट्रीज इंडिया ख्वाजगी टोला-ए जौनपुर के नाम से दर्द निवारक तेल बनाया जा रहा था. इसमें जड़ी बूटियों के मिश्रण से तेल बनाया जाता था. ये ब्लास्ट किस कारण से हुआ, ये जांच का विषय है. नवम्बर 2022 में इस कंपनी का लाइसेंस नवीनीकरण के लिए लखनऊ भेजा गया है, लेकिन अभी तक लाइसेंस अपग्रेड होकर नहीं आया है. उन्होंने बताया कि दवा कारखाने के लिए फायर एनओसी की अभी तक कोई आवश्यकता नहीं होती थी. हालांकि लाइसेंस की वैधता खत्म होने के बाद फैक्ट्री चलाने को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं. प्रशासनिक अमला मामले की जांच कर रहा है.

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