जौनपुरः जनपद की पुलिस ने सेना के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गैंग का खुलासा किया है. ये सभी चारों गार्ड अंतर्जनपदीय गिरोह के रूप में काम कर रहे थे. वह सेना के फर्जी डॉक्यूमेंट (fake army documents) बनाकर अलग-अगल बैंक और एटीएम में नौकरी कर रहे थे. पुलिस और एसओजी टीम ने इन आरोपियों के पास से 4 फर्जी आर्मी की सेवामुक्ति पुस्तिका प्रमाण पत्र बरामद किए हैं.
बता दें कि बैंक एटीएम व अन्य विभिन्न संस्थानों में सेना से सेवानिवृत हुए जवानों को प्राथमिकता के आधार पर गार्ड व अन्य नौकरियां दी जाती हैं. सेना के इंटेलिजेंस विभाग को इनपुट मिला था कि इस सुविधा का लाभ कुछ जालसाज फर्जी सेना के सेवा मुक्त प्रमाण पत्र के आधार पर प्राइवेट सिक्योरिटी कंपनियों के माध्यम से उठा रहे हैं. सेना की एक टीम बनाकर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई. जांच के क्रम में एसओजी की पुलिस ने फर्जी सेवा मुक्त प्रमाण पत्र का उपयोग कर नौकरी कर रहे प्रमोद कुमार यादव पुत्र रामकिशोर निवासी बघडवारा सरपतहां, सुरेंद्र प्रसाद सिंह पुत्र रामसेवक निवासी बसौली सरपतहां, रनधीर यादव पुत्र चंद्रबली निवासी काजीशाहपुर खुटहन व विनोद कुमार राय पुत्र हरि कुमार निवासी पिपलौदा थाना दीदारगंज जनपद आजमगढ़ को फर्जी सेवा मुक्त पुस्तिका प्रमाण पत्र के साथ गिरफ्तार कर लिया.
मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी डॉक्टर संजय कुमार (sp city doctor sanjay kumar) ने बताया कि शाहगंज पुलिस और सेना के इंटेलिजेंस (Police and Army Intelligence) व एसओजी टीम की संयुक्त टीम को मिली बड़ी कामयाबी मिली है. जो सेना के नाम पर सेवा मुक्त पुस्तिका प्रमाण पत्रों के के माध्यम से बैंकों में नौकरी कर रहे चार गार्डों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. जिनमें से आरोपी आजमगढ़ के रहने वाले हैं. यह चारों सेना का फर्जी मुक्त पुस्तिका प्रमाण पत्र लगाकर बैंकों में वरीयता के आधार पर नौकरी कर रहे थे. पुलिस ने चारों गार्डों के विरुद्ध संबंधित धारा में मुकदमा पंजीकृत कर चालान कर जेल भेज दिया.
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