जालौन: जालौन की कदौरा, स्वाट और सर्विलांस टीम ने पिछले पांच माह से अटकी वैध हत्याकांड की उलझी गुत्थी को सुलझा दिया है. पुलिस ने हत्या में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद हुए हैं. अभियुक्त ने बताया कि वैध ने इलाज के बहाने मेरी पत्नी से अवैध संबंध बना लिए थे. इस कारण मैंने अपने साथियों के साथ मिलकर वैध की हत्या कर दी. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार कर लिया है.
5 महीने बाद मिली सफलता
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ अवधेश कुमार सिंह ने शनिवार को पुलिस लाइन सभागार में प्रेस वार्ता करते हुए बताया कि जालौन के कदौरा थाना क्षेत्र में इकौना के जंगल में 21 जुलाई को एक शव मिला था. जांच में पता चला था कि वैध की रस्सी से गला घोंटकर हत्या कर शव को जंगल में फेंक दिया गया था. शव की शिनाख्त हमीरपुर जनपद के मेरापुर निवासी वैद्य कालीचरण के रूप में हुई. इस हत्या के खुलासे के लिए कदौरा पुलिस के साथ एट पुलिस, स्वाट और सर्विलांस टीम को लगाया गया. इन टीमों को 5 महीने बाद सफलता मिली.
जंगल में छोड़ा शव
पूछताछ में अभियुक्त जयराम सिंह ने बताया कि मेरी पत्नी को बच्चा नहीं हो रहा था. इस पर वह कालीचरण वैध के पास इलाज के लिए जाती थी. जहां पर वैध ने इलाज के नाम पर उसके साथ अवैध संबंध बना लिए, जिससे वह रोग से पीड़ित हो गई. इसी से खुन्नस खाकर जयराम सिंह ने अपने दो अन्य साथी रामबाबू और हरिश्चंद्र के साथ मिलकर प्लान बनाया. ये लोग वैद्य कालीचरण को इलाज के बहाने अपने साथ ले आए. जहां तीनों ने मिलकर कदौरा थाना क्षेत्र के इकौना के जंगल में वैध को लेजा करके उसका गला घोट कर हत्या कर दी और शव को छोड़कर भाग गए. पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार करके हत्या में इस्तेमाल गाड़ी के साथ आला कत्ल बरामद कर लिया.