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जालौन: बाढ़ के कहर ने ली 5 लोगों की जान

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले में बाढ़ के पानी का उफान बढ़ता जा रहा है, जो कि लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रहा है. वहीं प्रशासन बाढ़ प्रभावित गांव में सुविधा मुहैया कराने में जुट गया है.

बाढ़ से गई लोगों की जान
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Published : Sep 20, 2019, 9:13 AM IST

जालौन: प्रदेश में कई जगहों पर बाढ़ के पानी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. वहीं जालौन जिले में भी यमुना नदी का उफान अब जानलेवा साबित हो रहा है. जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में तीन युवकों और दो युवतियों की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई. प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों से अपील की है कि वह पानी से दूर रहें.

मामले की जानकारी देते डीएम.

यमुना नदी ने धारण किया रौद्र रूप

  • जिले में यमुना नदी ने भयावह रूप ले लिया है और खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर बह रही हैं.
  • यह घटना कालपी तहसील के कदौरा ब्लॉक में रेला गांव की रहने वाली दो बहनों की है.
  • दोनों बहने शीलू और सीता पास के ही चेक डैम में नहाने गई थी.

इसे भी पढ़ें:- जालौन: बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का प्रभारी मंत्री ने किया दौरा, लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के दिये निर्देश

दो सगी बहनों की हुई मौत

  • दोनों बहनों के पैर फिसलने से डूबकर मौत हो गई.
  • वहीं महेवा ब्लॉक के पाल सरेनी गांव में 15 वर्षीय महेंद्र सिंह बकरी चराने गया था.
  • जहां टीले से उसका पैर फिसल गया और बाढ़ के पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई.
  • यमुना पट्टी के 80 गांव बाढ़ से घिर चुके हैं.

ग्रामिणों को मुहैया कराने में जुटी प्रशासन

  • प्रशासन लगातार इन बाढ़ प्रभावित गांव में हर सुविधा मुहैया कराने की कोशिश में लगा हुआ है.
  • वहीं युवकों और युवतियों को लापरवाही के चलते बाढ़ के पानी में अपनी जान गंवानी पड़ी.
  • प्रशासन ने बाढ़ चौकियों और राजस्व की टीमों को गांव में तैनात किया है.
  • लोगों को सलाह दी जा रही है कि अनजान जगह पर न जाएं और बाढ़ के पानी से दूर रहें

जालौन: प्रदेश में कई जगहों पर बाढ़ के पानी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है. वहीं जालौन जिले में भी यमुना नदी का उफान अब जानलेवा साबित हो रहा है. जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में तीन युवकों और दो युवतियों की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई. प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों से अपील की है कि वह पानी से दूर रहें.

मामले की जानकारी देते डीएम.

यमुना नदी ने धारण किया रौद्र रूप

  • जिले में यमुना नदी ने भयावह रूप ले लिया है और खतरे के निशान से चार मीटर ऊपर बह रही हैं.
  • यह घटना कालपी तहसील के कदौरा ब्लॉक में रेला गांव की रहने वाली दो बहनों की है.
  • दोनों बहने शीलू और सीता पास के ही चेक डैम में नहाने गई थी.

इसे भी पढ़ें:- जालौन: बाढ़ग्रस्त क्षेत्र का प्रभारी मंत्री ने किया दौरा, लोगों को सुविधाएं मुहैया कराने के दिये निर्देश

दो सगी बहनों की हुई मौत

  • दोनों बहनों के पैर फिसलने से डूबकर मौत हो गई.
  • वहीं महेवा ब्लॉक के पाल सरेनी गांव में 15 वर्षीय महेंद्र सिंह बकरी चराने गया था.
  • जहां टीले से उसका पैर फिसल गया और बाढ़ के पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई.
  • यमुना पट्टी के 80 गांव बाढ़ से घिर चुके हैं.

ग्रामिणों को मुहैया कराने में जुटी प्रशासन

  • प्रशासन लगातार इन बाढ़ प्रभावित गांव में हर सुविधा मुहैया कराने की कोशिश में लगा हुआ है.
  • वहीं युवकों और युवतियों को लापरवाही के चलते बाढ़ के पानी में अपनी जान गंवानी पड़ी.
  • प्रशासन ने बाढ़ चौकियों और राजस्व की टीमों को गांव में तैनात किया है.
  • लोगों को सलाह दी जा रही है कि अनजान जगह पर न जाएं और बाढ़ के पानी से दूर रहें
Intro:जालौन में यमुना नदी का उफान अब जानलेवा साबित हो रहा है जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में 3 नव युवक और दो युवतियों की बाढ़ के पानी में डूबने से मौत हो गई है दोनों लड़कियां और 3 लड़के कालपी तहसील के अंतर्गत महेवा और कदौरा ब्लाक के रहने वाले थे प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में रह रहे लोगों से अपील की है कि वह पानी से दूर रहें जिससे लापरवाही के चलते किसी प्रकार की क्षति का सामना ना करना पड़े


Body:जालौन में यमुना नदी में भयावह रूप ले लिया है और अपने खतरे के निशान से 4 मीटर ऊपर बह रही है जिसके चलते यमुना पट्टी के 80 गांव बाढ़ से घिर चुके हैं अब प्रशासन लगातार इन बाढ़ प्रभावित गांव में हर सुविधा मुहैया कराने की कोशिश में लगा हुआ है लेकिन नए नव युवकों और युवतियों की लापरवाही के चलते बाढ़ के पानी में अपनी जान गंवानी पड़ी कालपी तहसील के कदौरा ब्लाक में रेला गांव की रहने वाली दो बहनों शीलू और सीता पास के ही चेक डैम में नहाने गई थी जहां अब बाढ़ की वजह से पानी अधिक हो गया था और पैर फिसलने से दोनों की डूबकर मौत हो गई तो वहीं महेवा ब्लाक के पाल सरेनी गांव में 15 वर्षीय महेंद्र सिंह बकरी चराने गया था जहां टीले से उसका पैर फिसल गया और बाढ़ के पानी में डूब गया तुम ही कालपी तहसील में एक और घटना निहारना गांव में हुई जहां 14 साल के गौरव अपने खेत में बने ट्यूबवेल के पाइपों को बाढ़ के पानी से बचाने के लिए पीपल लेकर पहुंचा और उसे निकालने के लिए बाढ़ के पानी में बह गया प्रशासन ने बाढ़ चौकियों और राजस्व की टीमों को गांव में तैनात किया है साथ ही लोगों को सलाह दी जा रही है कि अनजान जगह पर ना जाएं और बाढ़ के पानी से दूर रहें

बाइट डॉ मन्नान अख्तर डीएम


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