जालौन : जनपद के उरई शहर में डेढ़ साल पहले उरई कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत नौ वर्षीय मासूम लड़की का अपहरण कर हत्या कर दी गई थी. सलोनी हत्याकांड के नाम से चर्चित यह केस पिछले डेढ़ साल से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था, लेकिन शहर कोतवाली पुलिस ने इस केस में बुधवार को दो आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. इनमें एक आरोपी बच्ची के घर का कार चालक है जबकि दूसरा उसका साथी. वहीं पुलिस ने बताया कि इस मामले में मृतक की मां भी संदेह के घेरे में है क्योंकि हत्या के पीछे बीमे की मोटी रकम मानी जा रही है.
क्या है पूरा मामला
- उरई के मोहल्ला नया रामनगर में रहने वाले उमेश चंद दीक्षित की नौ वर्षीय बेटी सलोनी स्कूल से पढ़ कर छुट्टी के बाद घर लौट रही थी, तभी संदिग्ध हालत में वह लापता हो गई.
- अगले दिन तलाशी लेने पर बिनौरा बाईपास पर सड़क किनारे झाड़ियों में शव पड़ा हुआ मिला.
- पिता ने आरोप लगाया कि रंजिश के चलते पड़ोसियों ने बेटी का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी.
- पुलिस की जांच में पड़ोसियों के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला, जिसके कारण उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा सकी.
- शुरू से ही पुलिस को घटना में किसी करीबी होने का शक था.
- पूछताछ के बाद पुलिस ने पकड़े गए दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जिला कारागार उरई के लिए भेज दिया गया.
सलोनी की हत्या 22 जनवरी 2018 को हुई थी. पुलिस ने ठोस सबूत के आधार पर कार्रवाई करते हुए मृतक बच्ची के कार चालक अर्पित और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है. बच्ची के ऊपर 22 लाख का बीमा था और इसमें बच्ची की मां का भी हाथ है. अभी एक अभियुक्त फरार है, जिसको पकड़ने के लिए पुलिस ने टीम लगाई हुई है.
-संतोष कुमार, सीओ सिटी, जालौन