जालौन: सूखा और पिछड़ेपन का पर्याय बन चुके बुंदेलखंड में जालौन जिले के किसानों के दिन अब बदलने वाले हैं. एक जिला एक उत्पाद के तहत मंगलवार को मटर महोत्सव का आयोजन किया गया. जिसके तहत जिले में हुनर हाट और मटर महोत्सव मेला लगाया गया. मेले में किसानों को मटर की विभिन्न प्रजातियों की जानकारी दी गई. यहां की मटर वर्तमान में पूरे देश मे धूम मचा रहीं हैं. इस महोत्सव में पूरे जिले के किसानों ने शिरकत की. महोत्सव का आयोजन किसानों को वैज्ञानिक जानकारी देने के साथ ही आय बढ़ाने के तरीके बताने के लिए किया गया था. वहीं, जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के प्रयास से आयोजित इस महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्यमंत्री भानु प्रताप वर्मा उपस्थित हुए.
राजकीय मेडिकल कॉलेज के सभागार में 'एक जिला एक उत्पाद' के तहत मटर महोत्सव का भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जनप्रतिनिधियों के साथ जिले भर के किसानों ने हिस्सा लिया. इस दौरान डीएम प्रियंका निरंजन ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का सपना है कि किसानों की आय दोगुनी हो. यहां किसानों को कई तरह की वैज्ञानिक जानकारी मिलने वाली है. उन्होंने कहा कि जालौन में यूपी की 60 फीसद मटर का उत्पादन होता है. इसकी गूंज देश के साथ विदेशों में हो इसके लिए हर तरह की सुविधाएं दी जाएगी.
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में एक लाख हेक्टेयर में मटर की खेती की जाती हैं. यहां का बीज 54 अरब देशों में जाता हैं और फ्रोजन मटर भी कई अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में जाता है. कृषि यंत्र को बढ़ावा देने के लिए 13 देश में कृषि सेल की स्थापना की गई है. यहां की मटर की पैदावार अंतर्राष्ट्रीय बाजारों के मानकों पर खरी उतरती हैं. छोटे किसानों के लिए एफपीओ बनाए गए हैं. जिससे किसानों को फसल के उचित दाम मिलेंगे. डीएम प्रियंका निरंजन ने बताया कि बुंदेलखंड दलहनी फसलों के साथ मटर की फसल के लिए मशहूर है. एक तिहाई भूमि पर मटर की फसल की जाती है. किसानों को फसल का पर्याप्त मूल्य दिलाने के लिए मटर महोत्सव का आयोजन किया गया है. जिसमें बहुत से उधमी कृषक और वैज्ञानिक हिस्सा लेने और आपस में विचारों का आदान प्रदान करने से विकास की संभावनाएं पैदा होंगी.
वहीं, बुंदेलखंड मटर महोत्सव के जरिए जालौन की मटर का स्वाद विदेशों में महके इसके लिए जिला प्रशासन ने कृषि मंत्रालय के सहयोग से स्पेन, फ्रांस के साथ ही अन्य देशों के कृषि वैज्ञानिकों और किसानों से संपर्क किया जा रहा है. जिससे जालौन की हरी मटर का स्वाद सात समंदर पार भी चखा जा सके. बुंदेलखंड मटर महोत्सव में आए प्रधिनिधियों ने खेतों पर जाकर हरी मटर की फसल को देखने और किसानों से बात करने की इच्छा जताई इस पर उन्हें खेतों पर ले जाया गया.
जहां काफी देर तक प्रतिनिधि मंडल ने मटर की फसलों को देखा और इफ्को के अधिकारियों से इतनी बढ़िया फसल कैसे पैदा की जाती है के बारे में विस्तार से जानकारी ली. इफ्को के अधिकारियों ने प्रतिनिधि मंडल को बताया कि मटर के लिए उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध कराए जाते हैं. इसके अलावा एट की मिट्टी और उस पर किसानों का पसीना यह सब मिलकर मटर की मिठास को और बढ़ा देते हैं. इस दौरान बुंदेलखंड मटर महोत्सव में बेहतर खेती करने वाले उन्नतिशील किसान रामसिंह गिरथान, उमाशंकर दीक्षित खरुसा, धनाराम यादव भरसूर, धीरु राजपूत ऐधा, भरत सिंह अमीटा को विशेष किट देकर सम्मानित भी किया गया.
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