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जालौन में अपहरण के बाद मामा-भांजे की निर्मम हत्या, चार गिरफ्तार - जालौन खबर

जालौन की कांशीराम शहरी आवास कॉलोनी से लापता रिश्ते के मामा-भांजे की हत्या कर शवों को जला दिया गया. जिसके बाद सिरसा कलार क्षेत्र में उनके शव बरामद होने पर सनसनी फैल गई. पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.

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Published : May 5, 2021, 3:46 AM IST

जालौन: जिले के सिरसाकलार थाना क्षेत्र के जंगलों में 2 युवकों के अधजले शव मिलने से सनसनी फैल गई. सूचना पर पुलिस ने मामा-भांजे के रूप में दोनों जले हुए शव की शिनाख्त की. जो 29 अप्रैल से उरई कोतवाली के कांशीराम कॉलोनी से लापता थे. परिजनों ने शव की शिनाख्त कर 2 लोगों पर अगवाकर हत्या करने का आरोप लगाया. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एसओजी और सर्विलांस टीम की मदद से चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया मृतक हमारा रिश्तेदार था. पहले हम दोनों में किसी बात को लेकर रंजिश पैदा हो गई थी. उसी का बदला लेने के लिए उक्त घटना को अंजाम दिया था.

यह था मामला
पूरा मामला उरई कोतवाली के कांशीराम कॉलोनी का है. यहां के निवासी राशिद उम्र 25 वर्ष पुत्र बसीर और उसके मामा इंदिरा नगर निवासी नसीम पुत्र शेरखान बीते 29 अप्रैल को संदिग्ध हालात में लापता हो गए थे. परिजनों ने बताया घटना वाले दिन ही नसीम की मां कपूरी एवं राशिद की मां भूरी ने परिजनों के साथ कोतवाली पहुंचकर अपने बेटों के लापता होने के संबंध में तहरीर दी. तहरीर में इंदिरा नगर निवासी रफीक एवं अनीश को नामजद करते हुए आरोप लगाया कि उन लोगों ने उनके बेटों के उठा ले जाने की धमकी दी थी. लेकिन, पुलिस ने तहरीर को गंभीरता से नहीं लिया. उल्टा युवकों के लापता होने पर स्वजनों पर ही आरोप लगाते हुए उन्हें दुत्कार कर कोतवाली से भगा दिया.

पुलिस ने समय पर की होती कार्रवाई तो बच जाती मामा-भांजे की जान
इसके बाद राशिद व नसीम के परिजन कोतवाली के चक्कर लगाते रहे पर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. जिसके चलते परेशान परिवार वालों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और आरोपियों से पूछताछ की तो दोनों की हत्या होने का पता चला. इसके बाद सोमवार रात जब पुलिस सिरसाकलार थाना क्षेत्र के जंगल में पहुंची, तो वहां मामा-भांजे के जले हुए शव पड़े मिले. पुलिस ने मौके पर लापता मामा-भांजे के परिजनों को बुलाया तब जूतों व कड़े से उनकी पहचान चार दिन से लापता नसीम व राशिद के रूप में हुई. कपूरी व रूबी का कहना है कि पुलिस ने आरोपियों को शिकायत मिलते ही पकड़ लिया होता तो उनके बेटों की जान बच गई होती.

इसे भी पढ़ें-ऑक्सीजन की कमी: मेडिकल कॉलेज में एक ही दिन में दो लोगों की मौत

पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया मामा-भांजे की हत्या में शामिल चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि, एक अभियुक्त पुलिस की पकड़ से अभी फरार है. पकड़े गए अभियुक्त रफीक ने बताया कि उसका मृतक राशिद से पुराना विवाद चल रहा था. पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है.

जालौन: जिले के सिरसाकलार थाना क्षेत्र के जंगलों में 2 युवकों के अधजले शव मिलने से सनसनी फैल गई. सूचना पर पुलिस ने मामा-भांजे के रूप में दोनों जले हुए शव की शिनाख्त की. जो 29 अप्रैल से उरई कोतवाली के कांशीराम कॉलोनी से लापता थे. परिजनों ने शव की शिनाख्त कर 2 लोगों पर अगवाकर हत्या करने का आरोप लगाया. जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एसओजी और सर्विलांस टीम की मदद से चार लोगों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल करते हुए बताया मृतक हमारा रिश्तेदार था. पहले हम दोनों में किसी बात को लेकर रंजिश पैदा हो गई थी. उसी का बदला लेने के लिए उक्त घटना को अंजाम दिया था.

यह था मामला
पूरा मामला उरई कोतवाली के कांशीराम कॉलोनी का है. यहां के निवासी राशिद उम्र 25 वर्ष पुत्र बसीर और उसके मामा इंदिरा नगर निवासी नसीम पुत्र शेरखान बीते 29 अप्रैल को संदिग्ध हालात में लापता हो गए थे. परिजनों ने बताया घटना वाले दिन ही नसीम की मां कपूरी एवं राशिद की मां भूरी ने परिजनों के साथ कोतवाली पहुंचकर अपने बेटों के लापता होने के संबंध में तहरीर दी. तहरीर में इंदिरा नगर निवासी रफीक एवं अनीश को नामजद करते हुए आरोप लगाया कि उन लोगों ने उनके बेटों के उठा ले जाने की धमकी दी थी. लेकिन, पुलिस ने तहरीर को गंभीरता से नहीं लिया. उल्टा युवकों के लापता होने पर स्वजनों पर ही आरोप लगाते हुए उन्हें दुत्कार कर कोतवाली से भगा दिया.

पुलिस ने समय पर की होती कार्रवाई तो बच जाती मामा-भांजे की जान
इसके बाद राशिद व नसीम के परिजन कोतवाली के चक्कर लगाते रहे पर पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. जिसके चलते परेशान परिवार वालों ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर मामले की शिकायत की, जिसके बाद पुलिस एक्टिव हुई और आरोपियों से पूछताछ की तो दोनों की हत्या होने का पता चला. इसके बाद सोमवार रात जब पुलिस सिरसाकलार थाना क्षेत्र के जंगल में पहुंची, तो वहां मामा-भांजे के जले हुए शव पड़े मिले. पुलिस ने मौके पर लापता मामा-भांजे के परिजनों को बुलाया तब जूतों व कड़े से उनकी पहचान चार दिन से लापता नसीम व राशिद के रूप में हुई. कपूरी व रूबी का कहना है कि पुलिस ने आरोपियों को शिकायत मिलते ही पकड़ लिया होता तो उनके बेटों की जान बच गई होती.

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पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया मामा-भांजे की हत्या में शामिल चार अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जबकि, एक अभियुक्त पुलिस की पकड़ से अभी फरार है. पकड़े गए अभियुक्त रफीक ने बताया कि उसका मृतक राशिद से पुराना विवाद चल रहा था. पुलिस ने अभियुक्तों के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर लिया है.

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