जालौनः अक्टूबर महीने से नदियों से बालू का संचालन शुरू होने से पहले अवैध ट्रकों के परिवहन पर लगाम कसने के लिए माइन टैग के जरिए खनिज विभाग ने पंजीकरण का काम शुरू कर दिया है. यह माइन टैग कार्ड बालू और गिट्टी भरकर ले जाने वाले ट्रकों से अवैध परिवहन पर लगाम लगाएगा. इस कार्ड की मॉनिटरिंग के लिए सेंट्रल मॉनिटर सिस्टम के साथ रास्तों में चेक प्वाइंट बनाए जाएंगे. जिससे अवैध परिवहन करते हुए ट्रक को ट्रेस कर पकड़ा जा सकें. 400 से अधिक ट्रकों में माइन टैग कार्ड का पंजीकरण किया जा चुका है. यह कार्ड यह उन ट्रांसपोर्टरों पर लागू होगा जो खनिज से संबंधित परिवहन का कार्य करते हैं.
जालौन जिले में बालू का केंद्र होने के कारण हजारों की संख्या में ट्रांसपोर्ट बालू का अवैध परिवहन कर दूसरे जिलों में ले जाते हैं. जिससे सड़कों पर गड्ढों के साथ दुर्घटनाओं की संभावनाएं अधिक बनी रहती है. इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए खनिज विभाग ने माइन टैग कार्ड की शुरुआत की है. यह कार्ड 185 रुपये में पंजीकरण कराकर ट्रांसपोर्टरों को उपलब्ध कराया जा रहा है.
खनिज अधिकारी आरबी सिंह ने बताया जालौन जिले से बालू और गिट्टी का अवैध परिवहन कर हजारों की संख्या में ट्रक दूसरे जनपदों में जाते हैं. जिसको देखते हुए माइन टैग कार्ड का लगना बहुत ही जरूरी है. यह कार्ड उन ट्रकों में लगाया जा रहा है जो खनिज परिवहन का कार्य करते है. इस कार्ड के जरिए अवैध परिवहन ट्रकों को ट्रेस करने में आसानी होगी. इसकी मॉनिटरिंग के लिए रास्तों में चेक पॉइंट बनाए जाएंगे. इस चेक प्वाइंट पर माइन टैग के जरिए ट्रक से संबंधित दस्तावेज व परिवहन से जुड़े कागज स्वत: ही सिस्टम पर शो होने लगेंगे. जिले में इसका सेंटर कालपी में जोल्हूपुर मोड़ पर बनाया जाएगा और दूसरा मुख्यालय में अटैच होगा.
इस सिस्टम के जरिए संबंधित अधिकारी अवैध परिवहन कर रही गाड़ी को ट्रेस कर उक्त स्थान पर पहुंच कर कार्रवाई करने में आसानी होगी. साथ ही जो ट्रक खनिज परिवहन करते समय इस कार्ड को नहीं लगाया होगा. उसके ऊपर दोगना जुर्माना वसूला जाएगा.