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10 साल से कर रहा था बंधुआ मजदूरी, दो राज्यों की पुलिस ने कराया आजाद - मध्यप्रदेश और जालौन पुलिस

जालौन में 10 साल से एक किसान के घर से बंधुआ मजदूर को आजाद कराया गया है. मध्यप्रदेश और जालौन पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए यह सफलता प्राप्त की है.

hostage labourer in jalaun
आजाद कराया गया बंधुआ मजदूर
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Published : Sep 22, 2020, 6:10 PM IST

जालौन: जिले में कोतवाली क्षेत्र के सिहारी पड़ैया ग्राम में मध्यप्रदेश और जालौन पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बीते 10 साल से एक किसान के घर बंधुआ मजदूरी कर रहे एक व्यक्ति को आजाद कराया है. बंधुआ मजदूर भीम सिंह ने बताया कि वो पिछले 10 सालों से नारकीय जीवन व्यतीत कर रहा था. उससे खेती के साथ जानवरों की देखभाल और घर का काम कराया जाता था. काम ना करने पर उसे मारा पीटा जाता था.

सीओ विजय आनंद ने बताया कि मध्य प्रदेश के दमोह जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के मैनवारा गांव का रहने वाला भीम सिंह 10 साल पहले घर से लापता हो गया था. परिजनों उनकी काफी तलाश की और पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई. लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. जिसके बाद हताश परिजन भीम सिंह को मरा हुआ समझ बैठे थे. लेकिन, अचानक घटे घटनाक्रम से परिजनों को वे खुशियां दे दी जिसे वह कभी नहीं भूल पाएंगे.

सीओ ने बताया भीम सिंह को जालौन कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सिहारी पढ़ाया निवासी अजय द्विवेदी वृंदावन से विश्वास में लेकर अपने घर ले आए थे और उसे नौकर की तरह बंधुआ बना कर काम करवाते थे. काम ना करने पर भीम सिंह को रस्सी से मारा भी जाता था. कैद में रखे व्यक्ति को खेत और घर के अलावा कहीं नहीं भेजा जाता था. पुलिस को उसी गांव के सतीश तिवारी ने अवगत कराया कि भीम सिंह नामक व्यक्ति को यहां पर बंधक बनाकर रखा हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने भीम सिंह को बंधुआ मजदूरी मुक्त कराया है.

मध्य प्रदेश पुलिस के उपनिरीक्षक संजय सिंह ने बताया जालौन पुलिस की मदद से बंधुआ बने हमारे क्षेत्र के गुमशुदा व्यक्ति की पहचान हो गई है और उसे कानूनी कार्रवाई कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है. 10 साल पहले गायब हुए व्यक्ति के मिल जाने से परिजनों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

जालौन: जिले में कोतवाली क्षेत्र के सिहारी पड़ैया ग्राम में मध्यप्रदेश और जालौन पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए बीते 10 साल से एक किसान के घर बंधुआ मजदूरी कर रहे एक व्यक्ति को आजाद कराया है. बंधुआ मजदूर भीम सिंह ने बताया कि वो पिछले 10 सालों से नारकीय जीवन व्यतीत कर रहा था. उससे खेती के साथ जानवरों की देखभाल और घर का काम कराया जाता था. काम ना करने पर उसे मारा पीटा जाता था.

सीओ विजय आनंद ने बताया कि मध्य प्रदेश के दमोह जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के मैनवारा गांव का रहने वाला भीम सिंह 10 साल पहले घर से लापता हो गया था. परिजनों उनकी काफी तलाश की और पुलिस में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई. लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला. जिसके बाद हताश परिजन भीम सिंह को मरा हुआ समझ बैठे थे. लेकिन, अचानक घटे घटनाक्रम से परिजनों को वे खुशियां दे दी जिसे वह कभी नहीं भूल पाएंगे.

सीओ ने बताया भीम सिंह को जालौन कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सिहारी पढ़ाया निवासी अजय द्विवेदी वृंदावन से विश्वास में लेकर अपने घर ले आए थे और उसे नौकर की तरह बंधुआ बना कर काम करवाते थे. काम ना करने पर भीम सिंह को रस्सी से मारा भी जाता था. कैद में रखे व्यक्ति को खेत और घर के अलावा कहीं नहीं भेजा जाता था. पुलिस को उसी गांव के सतीश तिवारी ने अवगत कराया कि भीम सिंह नामक व्यक्ति को यहां पर बंधक बनाकर रखा हुआ है. जिसके बाद पुलिस ने भीम सिंह को बंधुआ मजदूरी मुक्त कराया है.

मध्य प्रदेश पुलिस के उपनिरीक्षक संजय सिंह ने बताया जालौन पुलिस की मदद से बंधुआ बने हमारे क्षेत्र के गुमशुदा व्यक्ति की पहचान हो गई है और उसे कानूनी कार्रवाई कर परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है. 10 साल पहले गायब हुए व्यक्ति के मिल जाने से परिजनों का खुशी का ठिकाना नहीं रहा.

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