जालौनः जिले के गुढ़ा में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 6 छात्राओं को पेट दर्द व बुखार होने की शिकायत पर जालौन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया. वहीं, 4 छात्राओं की हालत खराब होने पर जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां उनका इलाज किया जा रहा है. जिन छात्राओं की हालत बिगड़ी है, उन्होंने कुछ दिन पहले स्कूल में खराब खाना दिए जाने की शिकायत की थी. इस शिकायत के बावजूद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई अभी तक नहीं की गई.
कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में जिन छात्राओं की पेट दर्द व बुखार की शिकायत हुई उनके नाम पायल, प्रतिष्ठा, काजल, दिव्या, एकता, प्रीति हैं. स्कूल की वार्डन साधना निरंजन ने अपने साथी स्टाफ के साथ मिलकर इन छात्राओं को अस्पताल में भर्ती कराया. डॉक्टर योगेश आर्या ने छात्राओं की जांच की तो दिव्या व प्रीति को बुखार से पीड़ित थी. वहीं, पायल, प्रतिष्ठा, काजल व एकता को पेट में दर्द था.
छात्राओं से डॉक्टर ने बात की तो उन्होंने भूखे रहने तथा खाना सही न मिलने की बात बताई. वहीं, डॉक्टर ने पायल, काजल, एकता और प्रीति की तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जबकि प्रीति व दिव्या को छुट्टी दे दी गयी. छात्राओं के बीमार होने की खबर के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया. बेसिक शिक्षा अधिकारी सचिन कुमार ने जिला अस्पताल पहुंचकर चिकित्सक की देखरेख में छात्राओं के पेट तकलीफ को देखते हुए अल्ट्रासाउंड कराया, जिससे सही जानकारी हासिल हो सके.
छात्राओं ने घटिया खाने की थी शिकायत
अप्रैल माह में छात्राओं ने स्टाफ द्वारा शोषण व घटिया खाना मिलने की शिकायत की थी तथा कई छात्राएं स्कूल छोड़कर घर चली गईं थी. समन्वयक विश्वनाथ द्विवेदी ने इस मामले की 19 अप्रैल को स्कूल आकर जांच की थी और आरोप सही पाये गए थे. समन्वयक ने इसकी रिपोर्ट अधिकारियों को दी थी, लेकिन रिपोर्ट के बाद अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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