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बाढ़ का कहरः वायु सेना के हैलीकॉप्टर बने देवदूत, 15 गांवों में पहुंचाई गई राहत सामग्री - माधोगढ़ तहसील में बाढ़

बाढ़ के कारण जालौन की तहसील माधोगढ़ के 10 से अधिक एवं तहसील कालपी के 05 गांवों से संपर्क टूट गया है. चंबल और यमुना नदी में आई बाढ़ के कारण लोगों को ऊंची जगह पर रहने की सलाह दी गई है. साथ ही इन गांवों में फंसे परिवारों को वायु सेना के दो हैलीकॉप्टरों के माध्यम से राहत सामग्री वितरित कराई गई.

जालौन में बाढ़ का कहर.
जालौन में बाढ़ का कहर.
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Published : Aug 8, 2021, 8:22 PM IST

जालौनः जिले से निकलने वाली यमुना नदी में राजस्थान के कोटा बैराज से 22 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया. जिससे चंबल,सिंध और यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 4 मीटर ऊपर बह रही है. इस वजह से जालौन की तहसील माधोगढ़ में 10 से अधिक और कालपी के 5 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए. माधौगढ़, रामपुरा और कालपी क्षेत्र के 15 ऐसे गांव जहां पानी ज्यादा होने और रास्ता न मिल पाने के कारण जिला प्रशासन ने वायु सेना से मदद मांगी गई. जिस पर वायु सेना के दो हैलीकॉप्टर ने राहत सामग्री के पांच हजार पैकेट बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वितरित किए गए.

उत्तर प्रदेश राहत आयुक्त कार्यालय ने बताया कि माधोगढ़ के 10 ग्रामों में 1500 व्यक्तियों को 2.500 किग्रा (लइया, चना, बिस्किट, गुड़ नमकीन, नहाने का साबनु , माचिस, मोमबत्ती,) प्रति पैकेट तथा कुल 1500 पैकेट तथा तहसील कालपी के 05 गांवों में लगभग 1000 व्यक्तियों को उक्त सामग्री के 1000 पैकेट वितरित कराए गए. इसके अलावा बाढ़ग्रस्त गांवों में शुष्क खाद्यान्न सामग्री (आटा, चावल, अरहर की दाल, हल्दी, मिर्च, धनियां, नमक, रिफाइण्ड, आलू आदि ) के 3750 पैकेट तथा 7271 व्यक्तियों को लंच पैकेट भी वितरित किए गए.

राहत सामग्री बांटते सेना के जवान.
राहत सामग्री बांटते सेना के जवान.

इस तरह किया जा रहा है बचाव कार्य

जनपद जालौन में बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्याें में एनडीआरएफ की दो, एसडीआरएफ की 01 टीम एवं आर्मी के 82 सैनिकों का पूरा सहयोग लिया जा रहा है. बाढ़ग्रस्त ग्रामों में बचाव एवं राहत कार्यों के लिए ग्राम स्तरीय समिति गठित की गई है. इन ग्राम स्तरीय समितियों एवं नोडल अधिकारियों से समन्वय बनाए रखने हेतु प्रत्येक ग्राम में एक-एक वायरलेस सेट युक्त पुलिस कर्मचारियों की भी तैनाती की गई है. जिससे संचार व्यवस्था भी बेहतर बनी हुई है. बाढ़ के संबंध में वर्तमान में किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं होने का दावा किया गया है.

इसे भी पढ़ें- यमुना का जलस्तर पहुंचा 118 मीटर के पार, प्रशासन ने बंद किया औरैया-जालौन मार्ग

खतरे के जलस्तर से ऊपर बहने वाली नदियां

सिंचाई विभाग की सूचना के अनुसार रविवार को प्रदेश में गंगा- कचलाब्रिज बदायूं , बलिया, गाजीपुर, यमुना नदी इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा, बेतवा नदी बांदा, हमीरपुर, शारदा नदी पलिया कलांखीरी, तथा क्वानों चंडीघाट गोंडा एवं चंबल नदी में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं. वर्तमान में प्रदेश में सभी तटबंध सुरक्षित किए गए हैं.

प्रदेश में किए जा रहे राहत कार्यों का विवरण

  • कुल स्थापित बाढ़ शरणालयों की संख्या- 828
  • विगत 24 घण्टे में वितरित ड्राई राशन किट की संख्या- 1230
  • अब तक कुल वितरित ड्राई राशन किट की संख्या-7015
  • विगत 24 घण्टों में वितरित लंच पैकेट की संख्या- 7491
  • अब तक कुल वितरित लंच पैकेट की संख्या 28028

प्रदेशभर में उपयोग में लाई जा रही नाव- 1133
स्थापित बाढ़ चौकी- 976
विगत 24 घण्टों में स्थापित किए गये पशु शिविर की संख्या- 12
अब तक स्थापित कुल पशु शिविर-360
विगत 24 घण्टों में पशु टीकाकरण की संख्या-13744
अब तक कुल पशु टीकाकरण-724329
बाढ़ क्षेत्रों में गठित मेडिकल टीम 409
अब तक सुरक्षित स्थान पर पहुंचाये गए लोग (NDRF/SDRF द्वारा Rescued)-536

इतनी टीमें सक्रिय

एनडीआरएफ प्रदेश के 06 जनपदों- जालौन, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्वार्थ नगर, गोरखपुर, लखनऊ, बलिया एवं वाराणसी में 10 टीमें लगाई गई हैं. इसी तरह एसडीआरएफ प्रदेश के 11 जनपदों- जालौन, बरेली, बिजनौर, लखनऊ, बलरामपुर प्रयागराज, आगरा, गोरखपुर, अयोध्या, बलिया एवं कुशीनगर में 12 टीमें सक्रिय हैं. इसी प्रकार पीएसी प्रदेश के 15 जनपदों- सीतापुर, प्रयागराज, बरेली, आगरा, आजमगढ़, मरुादाबाद, गोरखपुर, गोण्डा, लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गाजियाबाद, एटा, एवं मेरठ में 17 टीमें लगाई गई हैं.

जालौनः जिले से निकलने वाली यमुना नदी में राजस्थान के कोटा बैराज से 22 लाख क्यूसिक पानी छोड़ा गया. जिससे चंबल,सिंध और यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 4 मीटर ऊपर बह रही है. इस वजह से जालौन की तहसील माधोगढ़ में 10 से अधिक और कालपी के 5 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए. माधौगढ़, रामपुरा और कालपी क्षेत्र के 15 ऐसे गांव जहां पानी ज्यादा होने और रास्ता न मिल पाने के कारण जिला प्रशासन ने वायु सेना से मदद मांगी गई. जिस पर वायु सेना के दो हैलीकॉप्टर ने राहत सामग्री के पांच हजार पैकेट बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में वितरित किए गए.

उत्तर प्रदेश राहत आयुक्त कार्यालय ने बताया कि माधोगढ़ के 10 ग्रामों में 1500 व्यक्तियों को 2.500 किग्रा (लइया, चना, बिस्किट, गुड़ नमकीन, नहाने का साबनु , माचिस, मोमबत्ती,) प्रति पैकेट तथा कुल 1500 पैकेट तथा तहसील कालपी के 05 गांवों में लगभग 1000 व्यक्तियों को उक्त सामग्री के 1000 पैकेट वितरित कराए गए. इसके अलावा बाढ़ग्रस्त गांवों में शुष्क खाद्यान्न सामग्री (आटा, चावल, अरहर की दाल, हल्दी, मिर्च, धनियां, नमक, रिफाइण्ड, आलू आदि ) के 3750 पैकेट तथा 7271 व्यक्तियों को लंच पैकेट भी वितरित किए गए.

राहत सामग्री बांटते सेना के जवान.
राहत सामग्री बांटते सेना के जवान.

इस तरह किया जा रहा है बचाव कार्य

जनपद जालौन में बाढ़ से बचाव एवं राहत कार्याें में एनडीआरएफ की दो, एसडीआरएफ की 01 टीम एवं आर्मी के 82 सैनिकों का पूरा सहयोग लिया जा रहा है. बाढ़ग्रस्त ग्रामों में बचाव एवं राहत कार्यों के लिए ग्राम स्तरीय समिति गठित की गई है. इन ग्राम स्तरीय समितियों एवं नोडल अधिकारियों से समन्वय बनाए रखने हेतु प्रत्येक ग्राम में एक-एक वायरलेस सेट युक्त पुलिस कर्मचारियों की भी तैनाती की गई है. जिससे संचार व्यवस्था भी बेहतर बनी हुई है. बाढ़ के संबंध में वर्तमान में किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं होने का दावा किया गया है.

इसे भी पढ़ें- यमुना का जलस्तर पहुंचा 118 मीटर के पार, प्रशासन ने बंद किया औरैया-जालौन मार्ग

खतरे के जलस्तर से ऊपर बहने वाली नदियां

सिंचाई विभाग की सूचना के अनुसार रविवार को प्रदेश में गंगा- कचलाब्रिज बदायूं , बलिया, गाजीपुर, यमुना नदी इटावा, औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा, बेतवा नदी बांदा, हमीरपुर, शारदा नदी पलिया कलांखीरी, तथा क्वानों चंडीघाट गोंडा एवं चंबल नदी में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही हैं. वर्तमान में प्रदेश में सभी तटबंध सुरक्षित किए गए हैं.

प्रदेश में किए जा रहे राहत कार्यों का विवरण

  • कुल स्थापित बाढ़ शरणालयों की संख्या- 828
  • विगत 24 घण्टे में वितरित ड्राई राशन किट की संख्या- 1230
  • अब तक कुल वितरित ड्राई राशन किट की संख्या-7015
  • विगत 24 घण्टों में वितरित लंच पैकेट की संख्या- 7491
  • अब तक कुल वितरित लंच पैकेट की संख्या 28028

प्रदेशभर में उपयोग में लाई जा रही नाव- 1133
स्थापित बाढ़ चौकी- 976
विगत 24 घण्टों में स्थापित किए गये पशु शिविर की संख्या- 12
अब तक स्थापित कुल पशु शिविर-360
विगत 24 घण्टों में पशु टीकाकरण की संख्या-13744
अब तक कुल पशु टीकाकरण-724329
बाढ़ क्षेत्रों में गठित मेडिकल टीम 409
अब तक सुरक्षित स्थान पर पहुंचाये गए लोग (NDRF/SDRF द्वारा Rescued)-536

इतनी टीमें सक्रिय

एनडीआरएफ प्रदेश के 06 जनपदों- जालौन, बहराइच, श्रावस्ती, सिद्वार्थ नगर, गोरखपुर, लखनऊ, बलिया एवं वाराणसी में 10 टीमें लगाई गई हैं. इसी तरह एसडीआरएफ प्रदेश के 11 जनपदों- जालौन, बरेली, बिजनौर, लखनऊ, बलरामपुर प्रयागराज, आगरा, गोरखपुर, अयोध्या, बलिया एवं कुशीनगर में 12 टीमें सक्रिय हैं. इसी प्रकार पीएसी प्रदेश के 15 जनपदों- सीतापुर, प्रयागराज, बरेली, आगरा, आजमगढ़, मरुादाबाद, गोरखपुर, गोण्डा, लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गाजियाबाद, एटा, एवं मेरठ में 17 टीमें लगाई गई हैं.

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