जालौन: अपराधियों और दोषियों को गिरफ्तार करना पुलिस विभाग का मकसद नहीं, बल्कि असली उद्देश्य उनको कठोर से कठोर सजा दिलाकर सलाखों के पीछे भेजना होता है, जिससे उनके मन में प्रशासन, शासन, सरकार और न्यायालय का खौफ बना रहे. यह बात पुलिस लाइन में आयोजित अपराध समीक्षा की बैठक में अधीनस्थों को निर्देश देते हुए जालौन के पुलिस अधीक्षक ने कही.
पुलिस लाइन में अपराध और कानून समीक्षा की बैठक
- डीजीपी ओपी सिंह के सख्त निर्देश हैं कि पुलिसकर्मी आम जनता के साथ अच्छा व्यवहार और सामंजस्य बनाकर चलें.
- फरियादी थाने में शिकायत लेकर आएं तो उनकी समस्या को गंभीरता से लिया जाए.
- आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करें.
- महिलाओं और बालिकाओं पर अपराध करने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें.
- लंबित मामलों का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए.
- मामलों को न्यायालय में दाखिल करें और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए.
- पुलिस अधीक्षक ने अवैध खनन को लेकर सभी थानाध्यक्षों को निर्देश दिए.
- अगर कोई थाने स्तर पर लिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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उत्तर प्रदेश पुलिस का त्रिनेत्र ऐप है. उसमें अपराधियों का डाटा अपलोड किया जाए. साथ ही मिसिंग चिल्ड्रेन को भी अपलोड करने के लिए डीसीआरबी को निर्देशित किया. जनपद और थाने स्तर के टॉप टेन अपराधियों के खिलाफ सख्त और त्वरित कार्रवाई कर उनको जेल का रास्ता दिखाया जाए.