जालौन: एसओजी, सर्विलांस और जालौन की कोतवाली पुलिस टीम ने सोमवार को दो अंतरर्राज्यीय शातिर दंपति ठगों को गिरफ्तार किया है. इन ठगों ने ओला कंपनी की फ्रेंचाइजी (Ola franchise jalaun) कंपनी दिलाने के नाम पर 28 लाख रुपये की ठगी की थी. ये फर्जी आईडी और कॉल के जरिये लोगों को ठगने का काम करते थे. पुलिस ने इनके पास से लैपटॉप और तीन फर्जी एटीएम बरामद किए है. फिलहाल पुलिस ने इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया है.
पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि जालौन कस्बा के रहने वाले अरुण सिंह निरंजन ने चार अगस्त को थाना कोतवाली में तहरीर दी थी कि उनके साथ ओला कम्पनी की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर 28 लाख की ठगी की गई है. इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए खुलासे के लिए सर्विलांस और एसओजी टीमों को लगाया था.
पुलिस की छानबीन में पता चला कि यह ऑनलाइन फ्रॉड बिहार से किया गया था. जिस खाते से लेन-देन हुआ था, टीम ने उसकी तफ्तीश की, जिसमें पता चला कि इस मामले के पीछे किसी बड़े सरगना का हाथ है. मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने अपर पुलिस अधीक्षक की नेतृत्व में टीम गठित की गई और एसओजी, सर्विलांस और कोतवाली जालौन की एक टीम को बिहार भेजा, जहां जालौन पुलिस टीम ने नवादा जिले के रहने वाले शातिर अभियुक्त अभिमन्यु कुमार और पत्नी पपली कुमारी को गिरफ्तार किया.
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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि संयुक्त टीम ने बिहार राज्य के पटना में स्थित महेन्द्रपुरम अपार्टमेन्ट ई ब्लाक फ्लैट से गिरफ्तार किया गया है. पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि वे दोनों सोशल मीडिया पर ओला एवं भिन्न-भिन्न कम्पनी के ब्रान्च मैनेजर बताते हुए ऑफर देकर लोगों को ठगने का काम करते थे.