जालौन: उरई के विकास भवन परिसर में सिंचाई बंधु की बैठक में किसानों ने नहरों के संचालन के लिए बात रखी. वहीं बैठक में बिजली विभाग के अधिकारी निशाने पर रहे. किसानों ने जहां एक तरफ सिंचाई और अन्ना मवेशियों का मुद्दा उठाया तो साथ ही बिजली विभाग की ढीली कार्यशैली पर भी सवाल खड़े कर दिए. इन समस्याओं को देखते हुए सीडीओ ने अधिकारियों को निस्तारण करने के जल्द आदेश दिए.
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इसके अलावा सीडीओ प्रशांत श्रीवास्तव ने बताया कि बैठक में किसानों ने रबी की फसलों को देखते हुए खेतों में बुवाई का समय आ गया है, जिसके लिए नहरों का संचालन जरूरी हो गया है. वहीं 13 अक्टूबर से नेहरू के लिए पानी छोड़ दिया जाएगा और 15 दिन के अंदर नहरों के माध्यम से जिले में अट्ठारह सौ किलोमीटर के लगभग नहरों के जाल में पानी पहुंच जाएगा, जिससे किसानों को रबी की फसल के लिए पानी उपलब्ध रहेगा.