जालौन: जिले में मध्यप्रदेश सीमा से आ रहे बालू और गिट्टी के ओवरलोड ट्रकों से अवैध वसूली किए जाने के मामले में डीएम ने माधौगढ़ एसडीएम और कोतवाल को हटा दिया है. सोशल मीडिया पर अवैध तरीके से वसूली के वीडियो और ऑडियो वायरल होने पर जिलाधिकारी चांदनी सिंह और पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने मौके पर जाकर जांच पड़ताल की थी. मामला सही पाए जाने पर माधौगढ़ एसडीएम पुष्कर नाथ चौधरी से स्पष्टीकरण मांगते हुए उरई मुख्यालय अटैच कर दिया है. इसके अलावा पुलिस अधीक्षक रवि कुमार ने माधौगढ़ कोतवाल को लाइन हाजिर करते हुए जांच बैठा दी है.
जालौन के माधौगढ़ में पिछले कई दिनों से मध्य प्रदेश के भिंड से अवैध तरीके से मौरंग और गिट्टी का परिवहन किया जा रहा था. इसमें प्राइवेट कर्मचारियों के माध्यम से सरकारी कर्मचारी अवैध वसूली का काम करवा रहे थे. उत्तर प्रदेश में बारिश के महीने में घाट बंद होने पर मध्य प्रदेश की सीमा से सिंधु नदी से मोरंग की निकासी भिंड जिले से होने लगती है. जालौन की सीमा लगी होने के साथ सभी बालू और गिट्टी के ट्रक माधौगढ़ कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत गोपालपुरा होते हुए जालौन से औरैया और इटावा के लिए जाते हैं.
जिलाधिकारी चांदनी सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर खबर चलने के बाद यह संज्ञान में आया कि मध्य प्रदेश की सीमा से बालू और गिट्टी के ट्रकों को उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश के लिए अधिकारियों की मिलीभगत से प्राइवेट कर्मचारी लगाकर अवैध वसूली किया जा रहा है. इस संबंध में जिला प्रशासन की टीम पेट्रोल पंप पर गई और वहां सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और अन्य लोगों से जानकारी एकत्रित की गई.
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मामला संदिग्ध मिलने पर संबंधित एसडीएम को उरई मुख्यालय अटैच कर दिया गया है और पुलिस अधीक्षक ने कोतवाल को लाइन हाजिर कर दिया है. इसके अलावा जिला प्रशासन ने उच्च स्तरीय जांच बैठाई है. संबंधित अधिकारी दोषी पाए जाने पर उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.
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