इटावाः जनपद के सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी ने एक नई डायलिसिस यूनिट की शुरुआत की गई है, जिसमें 15 बेड की एक यूनिट तैयार की गई है. यहां 30 से अधिक लोगों की डायलिसिस की जा रही है. यहां अब तक 2000 के करीब लोग अपनी डायलिसिस करा चुके हैं
लॉकडाउन में कई अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा रुकी हुई है या फिर कम हो गई. वहीं जिले के सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी में डॉक्टरों के प्रयास से 15 बेड की डायलिसिस की नई यूनिट तैयार की गई है. इसमें लॉकडाउन के बीच ही 2000 के करीब लोग अपनी डायलिसिस करा चुके हैं. यहां रोज 30 से अधिक लोगों की डायलिसिस की जा रही है. वहीं कोविड संक्रमितों के लिए भी दो बेड अलग से निर्धारित किए गए हैं, जिनकी डायलिसिस वहां पर हो रही है. साथ ही 4 बेड की पुरानी यूनिट भी निरंतर जारी है.
डायलिसिस के लिए एक नया आरओ प्लांट
विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजकुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने पर डायलिसिस यूनिट को कोविड के हॉस्पिटल में बदल दिया गया, जिसके बाद डायलसिस की समस्या होने लगी. इसको देखते हुए तुरंत ही एक नई यूनिट बनाने के साथ डायलिसिस के लिए एक नया आरओ प्लांट भी लगाया गया. ताकि लोगों को डायलसिस करवाने में समस्या न हो.
आस-पास के कई जिलों के मरीजों की हो रही डायलसिस
डॉ. राजकुमार ने यह भी बताया कि इस डायलिसिस यूनिट का उपयोग सिर्फ इटावा ही नहीं आसपास के लगभग कई जिलों में भी हो रहा है. वहां से भी मरीज नियमित यहां आ रहे हैं और डायलिसिस की सुविधा ले रहे हैं. उन्होंने बताया कि इस समय कोरोना के कई मरीज डिस्चार्ज किए जा चुके हैं.