हरदोई: जिले में बेहोशी की हालत में सड़क किनारे मिली किशोरी की इलाज के दौरान हुई मौत के मामले में पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है. दरअसल कुछ दिन पहले बेहोशी की हालत में मिली किशोरी की तबीयत बिगड़ने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. मामले में पुलिस पर लापरवाही और घटना को छिपाने का आरोप लगा था. वहीं जब किशोरी की इलाज के दौरान मौत हो गई, तब बैकफुट पर आई पुलिस ने इस मामले में एक नामजद और दो अज्ञातों के खिलाफ हत्या, गैंगरेप और लैंगिक अपराध का मामला दर्ज कर लिया है.
किशोरी का हुआ था अपहरण
कासिमपुर थाना इलाके के एक गांव की रहने वाली 16 वर्षीय किशोरी का 14 जुलाई को अपहरण हुआ था. बताया जा रहा है कि तीन लोगों ने अगवाकर उसके साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया था और उसे सड़क किनारे फेंककर फरार हो गए थे. घटना के दूसरे दिन पीड़िता को स्थानीय थाना क्षेत्र के अंतर्गत गौसगंज-संडीला रोड किनार पाया गया. वहीं मामले में परिजनों ने बेटी को बहला-फुसलाकर भगा ले जाने का आरोप गांव के ही एक युवक पर लगाया था. पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और उल्टा पीड़ित परिवार को ही धमकाकर भगा दिया.
लखनऊ में चल रहा था इलाज
कुछ दिन बाद किशोरी की हालत बिगड़ी और परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. जहां से उसे लखनऊ रेफर कर दिया गया और इलाज के दौरान किशोरी की मौत हो गई. किशोरी की मौत के बाद मामला जब सुर्खियों में आया तो पुलिस बैकफुट पर आ गई और परिजनों की तहरीर पर सामूहिक दुष्कर्म, हत्या समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया. हालांकि पुलिस ने केस दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपियों को पकड़ने के लिए कोई ठेस कार्रवाई नहीं की जा रही है. वहीं जब पुलिस की कार्यशैली को लेकर अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार यादव से सवाल पूछा गया तो उन्होंने जांच की बात कहकर पुलिस वालों का बचाव करते नजर आए.
अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार यादव ने बताया कि थाना कासिमपुर के एक गांव में किशोरी की मौत के मामले को लेकर परिजनों ने सामूहिक दुष्कर्म और हत्या का आरोप लगाया है. इस मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. प्रारंभिक जांच में किशोरी की उपचार के दौरान मौत हुई है, उसे सांस लेने में समस्या थी.