हाथरस: देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात जवानों की कलाई रक्षाबंधन पर सूनी नहीं रहेगी. जिसके लिए जिले के एक स्कूल की छात्राओं ने अपने हाथों से बनाकर इन्हें राखियां भेजी है. खास बात यह रही कि यह राखियां सीमा पर तैनात जवानों तक पहुंच सकें इसके लिए जिले के सैनिक विभाग के अधिकारी विद्यालय पहुंचे और राखियां सीमा पर भेजने की जिम्मेदारी उठाई. वहीं छात्राओं ने कहा कि जब उनकी बनाई यह राखियां बॉर्डर पर तैनात सैनिकों भाइयों की कलाई पर बंधेंगी तो उन्हें भी गर्व होगा.
छात्राओं ने बनाई राखियां,
- जिले के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रतनगढ़ी में छात्राओं ने जवानों के लिए तैयार की राखियां
- विद्यालय के छात्राओं ने रंग-बिरंगी राखियां बनाई.
- एक साथ ढेर सारी राखियां बनाने के पीछे इन छात्राओं का मकसद है कि उनकी बनाई हुई राखियां बॉर्डर पर देश की रक्षा के लिए तैनात सैनिक भाइयों की कलाई पर बंध सकें.
एक छात्रा अलीशा मलिक ने बताया मैं राखियां बना रही हूं अपने वीर सैनिकों के लिए जो हमारे भाई हैं. वहीं जब सैनिक भाइयों की कलाइयों पर जब उनकी यह राखियां देगी बंधेंगी तो उन्हें भी गर्व होगा.
स्कूल की टीचर अनुराधा और नीलम सिंह ने ईटीवी भारत को बताया कि जो सैनिक घर नहीं आ पा रहे हैं. उन्हें खुशी मिले और यह एहसास न हम त्योहार नहीं मना पा रहे हैं, इसलिए उन्हें उनके स्कूल की तरफ से छात्राओं द्वारा बनाई गई राखियां भेजी जा रही है.
यह राखियां वह स्टेशन हेड क्वार्टर भेजेंगे. वहां से यह बॉर्डर पर सैनिकों के पास पहुंचाई जाएंगी.जो रक्षाबंधन के दिन उनके हाथों में बंधी होंगी. उन्होंने कहा कि इससे अधिक गौरव की बात नहीं हो सकती.
विंग कमांडर प्रमोद कुमार, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी