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हाथरस: महिला जिला अस्पताल में हुआ हंगामा, CMS ने डॉक्टर से मांगा स्पष्टीकरण

यूपी के हाथरस जिले में महिला जिला अस्पताल महिला चिकित्सकों की कमी से जूझ रहा है. शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य की भाभी को इलाज में वरीयता न देने पर हंगामा खड़ा हो गया.

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महिला जिला अस्पताल
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Published : Nov 30, 2019, 12:19 PM IST

हाथरस: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व नगर छात्रा प्रमुख दीक्षा अपने एक रिश्तेदार को दिखाने के लिए महिला जिला अस्पताल पहुंची थी. अस्पताल में सिर्फ एक महिला डॉक्टर होने की वजह से मरीजों की भरमार थी. आरोप है कि जब दीक्षा ने अपने रिश्तेदार को देखने को कहा तो डॉक्टर वंदना पांडेय ने न तो मरीज को देखा और न ही ठीक व्यवहार किया. शिकायत पर अस्पताल के सीएमएस ने व्यवहार ठीक न होने पर डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगा है.

डॉक्टर पर व्यवहार ठीक न करने का आरोप.
  • दीक्षा ने बताया कि वह अपनी भाभी के साथ अस्पताल आई थीं.
  • यहां न तो दवाई दी गई और न ही उनसे ठीक व्यवहार किया गया.
  • शिकायत पर सीएमएस डॉ. रूपेंद्र गोयल ने डॉक्टर वंदना पांडेय से स्पष्टीकरण मांगा है.
  • सीएमएम ने यह भी कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है.

ये भी पढ़ें: हाथरसः प्रेम रघु आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज में छात्रों ने किया हंगामा

डॉ. वंदना पांडेय ने बताया कि इस समय अस्पताल में वह अकेली डॉक्टर हैं. उनके पास आई लड़की अपने मरीजों को देखने पर जोर दे रही थी, जबकि उस समय उनके पास इमरजेंसी केस था जो उस मरीज से ज्यादा जरूरी था. अस्पताल में मौजूद और मरीजों ने बताया कि डॉक्टर ओपीडी के मरीजों को भी देख रही थीं और इमरजेंसी केस आने पर उसे भी अटेंड कर रही थी.

हाथरस: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व नगर छात्रा प्रमुख दीक्षा अपने एक रिश्तेदार को दिखाने के लिए महिला जिला अस्पताल पहुंची थी. अस्पताल में सिर्फ एक महिला डॉक्टर होने की वजह से मरीजों की भरमार थी. आरोप है कि जब दीक्षा ने अपने रिश्तेदार को देखने को कहा तो डॉक्टर वंदना पांडेय ने न तो मरीज को देखा और न ही ठीक व्यवहार किया. शिकायत पर अस्पताल के सीएमएस ने व्यवहार ठीक न होने पर डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगा है.

डॉक्टर पर व्यवहार ठीक न करने का आरोप.
  • दीक्षा ने बताया कि वह अपनी भाभी के साथ अस्पताल आई थीं.
  • यहां न तो दवाई दी गई और न ही उनसे ठीक व्यवहार किया गया.
  • शिकायत पर सीएमएस डॉ. रूपेंद्र गोयल ने डॉक्टर वंदना पांडेय से स्पष्टीकरण मांगा है.
  • सीएमएम ने यह भी कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है.

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डॉ. वंदना पांडेय ने बताया कि इस समय अस्पताल में वह अकेली डॉक्टर हैं. उनके पास आई लड़की अपने मरीजों को देखने पर जोर दे रही थी, जबकि उस समय उनके पास इमरजेंसी केस था जो उस मरीज से ज्यादा जरूरी था. अस्पताल में मौजूद और मरीजों ने बताया कि डॉक्टर ओपीडी के मरीजों को भी देख रही थीं और इमरजेंसी केस आने पर उसे भी अटेंड कर रही थी.

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एंकर- हाथरस जिले में महिला चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे महिला जिला अस्पताल में शुक्रवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य की भाभी को इलाज में वरीयता न देने पर हंगामा खड़ा हो गया।छात्र नेता ने सीएमएस से डॉक्टर का व्यवहार ठीक न होने की शिकायत की।जिस पर उन्होंने डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगा है।


Body:वीओ1- दरअसल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य व नगर छात्रा प्रमुख दीक्षा अपने एक रिश्तेदार को दिखाने के लिए महिला जिला अस्पताल पहुंची थी। अस्पताल में सिर्फ एक महिला डॉक्टर होने की वजह से मरीजों की भरमार थी। आरोप है कि जब दीक्षा ने अपने रिश्तेदार को देखने को कहा तो डॉक्टर वंदना पांडेय ने न तो मरीज को देखा और व्यवहार भी ठीक नहीं किया। शिकायत पर अस्पताल के सीएमएस ने व्यवहार ठीक न होने पर डॉक्टर से स्पष्टीकरण मांगा है।दीक्षा ने बताया कि वह अपनी भाभी के साथ अस्पताल में आई थी।लेकिन न तो दवाई दी गई और न ही उनसे ठीक व्यवहार किया।इसकी शिकायत पर सीएमएस डा. रूपेंद्र गोयल ने डॉक्टर वंदना पांडेय से स्पष्टीकरण मांगा है।हांलाकि उन्होंने यह भी कहा कि अस्पताल में चिकित्सकों की कमी है।डा. वंदना पांडेय ने बताया कि इस समय अस्पताल में वह अकेली डॉक्टर हैं। उन्होंने बताया कि उनके पास आई लड़की अपने मरीजों को देखने पर जोर दे रही थी।जबकि उस समय उनके पास इमरजेंसी केस था जो उस मरीज से ज्यादा जरूरी था।अस्पताल में मौजूद और मरीजों ने बताया कि डॉक्टर ओपीडी के मरीजों को भी देख रही थीं और इमरजेंसी केस आने पर उसे भी अटेंड कर रही थी।
बाईट1- दीक्षा -अखिल विद्यार्थी परिषद की नेता
बाईट2- डॉ रूपेंद्र गोयल -सीएमएस महिला जिला अस्पताल
बाईट3-वंदना पांडेय -चिकित्सक महिला जिला अस्पताल
बाईट4-खुशबू-अस्पताल में मौजूद मरीज


Conclusion:वीओ2- महिला जिला अस्पताल का विवादों से गहरा नाता रहा है। कभी मरीजों को दिखाने की जल्दी तो कभी अन्य कारण से विवादों में बना रहता है। लेकिन इन सब विवादों के पीछे अस्पताल में चिकित्सकों की कमी को इसका कारण माना जाता है।

अतुल नारायण
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