हाथरसः जिले में बिटिया के साथ सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या करने मामले की जांच करने बुधवार को पब्लिक यूनियन फॉर सिविल लिबर्टी (पीयूसीएल) के पदाधिकारी व सदस्य पहुंचे. हाथरस में चंदपा कोतवाली इलाके में बिटिया के घर पहुंचकर पीयूसीएल की टीम ने पीड़ित परिवार से पूछताछ की. टीम अपनी जांच रिपोर्ट पीयूसीएल की राष्ट्रीय कार्यकारिणी को भेजेगा. पीयूसीएल का काम मानवाधिकार के उल्लंघन का प्रतिकार करना होता है.
पीड़ित परिवार ने बयां किया दर्द
पीयूसीएल के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने बुधवार को हाथरस स्थित चंदपा कोतवाली इलाके के गांव में पहुंचकर बिटिया के परिवार से जानकारी हासिल की. टीम को बिटिया के परिवार ने हर एक ब्योरा सहित बताया कि कब-कब उनके साथ क्या-क्या हुआ. पीड़ित परिवार ने शासन, प्रशासन ने उनके साथ कैसा व्यवहार किया गया, यह भी बताया. पीयूसीएल टीम को बिटिया के परिवार ने पूरी तरह से सहयोग किया. वहीं टीम के पदाधिकारी और सदस्य इस परिवार को मिल रही सुरक्षा व्यवस्था से ही संतुष्ट दिखे.
पीयूसीएल ह्यूमन राइट्स की करता है जांच
पीयूसीएल के डिस्टिक सेक्रेट्री इलाहाबाद मनीष सिंह ने बताया कि पीयूसीएल मानव अधिकार का एक संगठन है. ह्यूमन राइट्स के खिलाफ जहां कहीं भी अन्याय होता है, वहां पीयूसीएल जाता है और जांच करता है. जांच के बाद अपनी रिपोर्ट राष्ट्रीय कार्यकारिणी को भेजता है. उन्होंने बताया कि हम लोग गवर्नमेंट से मांग भी करते हैं कि भविष्य में इस तरह की चीजें न हों.
यह था मामला
बता दें कि 14 सितंबर को हाथरस के एक गांव में एक दलित युवती के साथ गैंगरेप और उसे जान से मारने की कोशिश का मामला सामने आया था. इलाज के दौरान 29 सितंबर को दिल्ली में उसकी मौत हो गई थी. पुलिस और प्रशासन ने युवती का शव रात में जलाने पर जमकर बवाल हुआ था. इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है. वहीं, इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है.