हाथरस: शासन के निर्देश के बाद जिले में एक लाख 20 हजार राशन कार्ड धारकों को इस माह से मिट्टी का तेल नहीं मिल सकेगा. दरअसल, शासन के निर्देश के बाद जिला पूर्ति विभाग ने ऐसे कार्ड धारकों को चिन्हित किया है, जिनके पास रसोई गैस कनेक्शन और बिजली कनेक्शन मौजूद है. शासन का निर्देश है कि ऐसे कार्ड धारकों को मिट्टी के तेल की आवश्यकता नहीं प्रतीत होती है. इसलिए जिला पूर्ति विभाग ने जिले के 1 लाख 20 हजार राशन कार्ड धारकों को चिन्हित कर मिट्टी का तेल न देने का फैसला किया है.
- जिले में 2.93 लाख राशन कार्ड धारक हैं.
- इन कार्ड धारकों का विभाग की ओर से सर्वे किया जा गया है.
- शासन के निर्देश के अनुसार अब इस माह से जिले में उन राशन कार्ड धारकों को मिट्टी का तेल नहीं दिया जाएगा, जिनके नाम बिजली का कनेक्शन और एलपीजी गैस कनेक्शन है.
- शासन के आदेश के आने के बाद जिला पूर्ति विभाग ने विद्युत विभाग और गैस एजेंसी संचालकों से डाटा एकत्रित किया.
- डाटा के आधार पर जिले के 1 लाख 20 हजार राशन कार्ड धारकों को मिट्टी का तेल नहीं मिल सकेगा.
- जिला पूर्ति विभाग की ओर से कुल राशन कार्ड धारकों में ऐसे 38 फीसदी कार्ड धारक चिन्हित किए गए हैं, जिनके पास दोनों ही कनेक्शन मौजूद हैं.
- जिला पूर्ति विभाग ने कहा कि इन कार्ड धारकों के नाम पोस मशीन में सॉफ्टवेयर के माध्यम से ही मिट्टी के तेल वितरण से अलग कर दिए जाएंगे.
शासन द्वारा यह निर्देश दिए गए हैं कि जिन परिवारों में बिजली कनेक्शन और गैस कनेक्शन मौजूद है, उन परिवारों को केरोसिन की व्यवहारिक उपलब्धता और आवश्यकता नहीं है. ऐसे लोगों का सर्वे करके देख लिया जाए कि जिन परिवारों के पास बिजली कनेक्शन और गैस कनेक्शन है, उनका मिट्टी का तेल का वितरण रोकते हुए सरेंडर किया जाए.
-सुरेंद्र यादव, जिला पूर्ति अधिकारी