हाथरस: उत्तर प्रदेश के हाथरस जनपद के सहपऊ ब्लॉक में तैनात ग्राम विकास अधिकारी बुधवार की शाम को अचानक लापता हो गए थे. लेकिन, अब वह मिल गए हैं. उनके भाई उन्हें हरिद्वार के पतंजलि से ले आए हैं. वह वहां कैसे पहुंचे अभी इसकी जानकारी नहीं हो सकी है. बताया जा रहा है कि उनकी मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं है. उनके मिलने पर परिजनों और अधिकारियों ने राहत की सांस ली है.
सहपऊ ब्लॉक में तैनात ग्राम विकास अधिकारी नागेश कुमार यादव बुधवार की शाम से लापता हो गए थे. वह बृहस्पतिवार और शुक्रवार को भी लापता रहे. उनके भाई की शिकायत पर थाना सहपऊ में उनकी गुमशुदगी शुक्रवार को दर्ज कर ली गई ली गई थी. इसी बीच भाई के पास उनका फोन पहुंचने पर पता चला कि वह हरिद्वार के पतंजलि केंद्र में हैं. इस पर उनके भाई पतंजलि गए और उन्हें वहां से लेकर आगरा घर पहुंच गए हैं.
सहपऊ ब्लॉक में तैनात ग्राम पंचायत अधिकारी नागेश की बीडीओ व अन्य साथी अधिकारियों के साथ बुधवार को मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्रा के साथ निरीक्षण के दौरान वार्ता हुई थी. उसके बाद गांव थारौरा के एक शख्स विकास यादव ने उन्हें सादाबाद- जलेसर चौराहे पर जाते हुए देखा था. वह बुधवार से शुक्रवार तक न अपने घर आगरा पहुंचे और ना ही वह ड्यूटी पर आए थे. उनके अपने घर आगरा नहीं पहुंचने पर उनके परिवार वालों में बेचैनी थी. उनके साथ काम करने वाले अधिकारी व कर्मचारियों में भी उनके घर न पहुंचने और ड्यूटी पर न आने से हड़कंप मच हुआ था.
कोतवाली निरीक्षक अमित कुमार ने बताया कि लापता ग्राम विकास अधिकारी हरिद्वार के पतंजलि केंद्र में मिला है. उनके भाई के पास फोन आया था कि वह पतंजलि केंद्र में हैं. उन्होंने बताया कि फोन आने पर उनके भाई वहां लेकर आए हैं. उनकी मानसिक स्थिति अभी ठीक नहीं है. इसलिए वह घर पर ही हैं और स्थिति सामान्य होने पर ही उनके यहां आने की उम्मीद है. उनके सामने आने पर ही पता चलेगा कि उनकी मानसिक स्थिति बिगड़ने का कारण क्या रहा.
ये भी पढ़ेंः जवाहर नवोदय विद्यालय के हॉस्टल पर गिरी आकाशीय बिजली, 7 छात्र-छात्राएं झुलसे