हाथरस: देश में फैली कोरोना महामारी और बेरोजगारी ने सभी के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं. लॉकडाउन के बाद अनलॉक-वन में तमाम मजदूर ऐसे हैं, जिन्हें काम नहीं मिल पा रहा है. इन मजदूरों की जमा पूंजी भी अब खत्म हो चुकी है. ऐसी ही परेशानियों को झेलते एक मजदूर ने आत्महत्या करने का फैसला कर लिया. वह आत्महत्या करने के लिए निकला लेकिन ऐसा करने से पहले उसने सोचा कि एक आखिरी कोशिश करता चलूं, शायद कोई मदद मिल जाए तो उसने पुलिस को फोन कर दिया. पुलिस पीड़ित को थाने लाई और उसे राशन सामग्री और कुछ पैसे देकर उसकी मदद की.
मेंबर सिंह नाम का शख्स जलेसर रोड की श्याम नगर कॉलोनी में किराए के मकान में रहता है. वह मेहनत मजदूरी कर के अपने परिवार का पेट पालता है. पिछले करीब तीन महीने से उसे काम नहीं मिला, जिसके कारण उसके सामने खाने-पीने की समस्या खड़ी हो गई. उसने अपने पड़ोसियों को भी अपनी समस्या बताई, लेकिन कोई मदद के लिए आगे नहीं आया.
पीड़ित ने कंट्रोल रूम में फोन कर आत्महत्या करने की जानकारी दी, सूचना मिलते ही पुलिस उसके पास पहुंची और उसे थाने ले थाने ले आई, जहां कोतवाली प्रभारी जगदीश चंद ने उसकी पत्नी को थाने बुलाकर आवश्यकतानुसार एक महीने का राशन और 5500 रुपये की आर्थिक सहायता दी, जिसे पाकर उसका परिवार काफी खुश हो गया.