हाथरस: जिले में प्रधानमंत्री द्वारा घोषित लॉकडाउन की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. सारे देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है. इसके बावजूद भी कुछ लोग अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. हाथरस में ईंट भठ्ठा प्रशासन के आदेश के बावजूद खुला रहा और काफी संख्या में मजदूर वहां काम कर रहे थे. मजदूरों को न तो कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक वस्तु मुहैया कराई गई है और न ही उन्हें बचाव के तरीके बताए गए हैं. ऐसे में हाथरस प्रशासन की बड़ी लापरवाही महामारी को न्योता दे सकती है.
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प्रशासन का इस ओर कोई ध्यान नहीं है और प्रशासन की लापरवाही के चलते कोरोना जैसी महामारी फैलने का डर बना हुआ है. जब इस मामले में जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार से फोन पर वार्ता की गई तो उन्होंने बताया कि भठ्ठा मालिकों को सूचित कराया जा रहा है और भट्टे को बंद करने के आदेश दिए गए हैं. भट्टा मालिकों को निर्देशित किया जा रहा है कि मजदूरों को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री व आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था कराई जाए. साथ ही काम बंद कराया जाए.
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वहीं भट्टे पर कार्य कर रहे मजदूर राजकुमार से कोरोनो वायरस के बारे में बात की गई तो राजकुमार ने बताया कि भट्टा मालिक का कहना है कि काम नहीं करोगे तो पैसा नहीं मिलेगा. लगभग 200 लोग भठ्ठे में काम कर रहे हैं. मास्क भी नहीं दिए हैं.