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'यदि सच कहना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं'

हाथरस में भारतीय किसान यूनियन गुट के नेतृत्व में किसानों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने कहा कि यदि सच कहना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं.

किसानों ने किया प्रर्दशन
किसानों ने किया प्रर्दशन
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Published : Feb 17, 2021, 8:27 PM IST

हाथरस: जिले में भारतीय किसान यूनियन (हारपाल) गुट के नेतृत्व में किसानों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. उसके बाद इन लोगों ने रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर भी प्रदर्शन किया. इन लोगों ने मांग की कि जब सब कुछ प्राइवेट सेक्टर को दिया जा रहा है तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी भी प्राइवेट सेक्टर में दे दें.

रेलवे लाइन पर भी किया प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन हरपाल गुट ने हाथरस के कलेक्ट्रेट पर धरना देकर प्रदर्शन किया. यूनियन ने देश के एक हजार किसान संगठनों के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर कलेक्ट्रेट के सामने रेलवे लाइन पर भी सांकेतिक जाम लगाया. इस दौरान किसानों के खिलाफ बनाए गए कानून सहित अन्य मुद्दों का विरोध किया गया. प्रदर्शन में 'सच कहना बगावत है, तो समझो हम भी बागी हैं', किसान यूनियन जिंदाबाद, जिंदाबाद, जिंदाबाद, 'जय जवान जय किसान', 'जो ना माने झंडे से वह मानेगा डंडे से' आदि नारे लगाए गए.

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी भी प्राइवेट सेक्टर में दे दें

इस मौके पर किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह ने कहा कि सरकार सभी कुछ प्राइवेट सेक्टर में देने की योजना बना रही है. हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री स्वयं अपनी कुर्सी को प्राइवेट सेक्टर में दे दें और मुख्यमंत्री भी ऐसा ही करें. अपनी कुर्सी प्राइवेट सेक्टर को सौंप दें. जब सारी चीजें प्राइवेट सेक्टर में दे रहे हैं तो रह क्या गया है. खेती भी घुमा फिरा कर तीन-चार पूंजी पतियों को देना चाह रहे हैं. अब यह किसान कहां जाएगा, मजदूर क्या करेगा समझ में नहीं आ रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि सच कहना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं.

हाथरस: जिले में भारतीय किसान यूनियन (हारपाल) गुट के नेतृत्व में किसानों ने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. उसके बाद इन लोगों ने रेलवे ट्रैक पर पहुंचकर भी प्रदर्शन किया. इन लोगों ने मांग की कि जब सब कुछ प्राइवेट सेक्टर को दिया जा रहा है तो प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी भी प्राइवेट सेक्टर में दे दें.

रेलवे लाइन पर भी किया प्रदर्शन

भारतीय किसान यूनियन हरपाल गुट ने हाथरस के कलेक्ट्रेट पर धरना देकर प्रदर्शन किया. यूनियन ने देश के एक हजार किसान संगठनों के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर कलेक्ट्रेट के सामने रेलवे लाइन पर भी सांकेतिक जाम लगाया. इस दौरान किसानों के खिलाफ बनाए गए कानून सहित अन्य मुद्दों का विरोध किया गया. प्रदर्शन में 'सच कहना बगावत है, तो समझो हम भी बागी हैं', किसान यूनियन जिंदाबाद, जिंदाबाद, जिंदाबाद, 'जय जवान जय किसान', 'जो ना माने झंडे से वह मानेगा डंडे से' आदि नारे लगाए गए.

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी भी प्राइवेट सेक्टर में दे दें

इस मौके पर किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी हरपाल सिंह ने कहा कि सरकार सभी कुछ प्राइवेट सेक्टर में देने की योजना बना रही है. हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री स्वयं अपनी कुर्सी को प्राइवेट सेक्टर में दे दें और मुख्यमंत्री भी ऐसा ही करें. अपनी कुर्सी प्राइवेट सेक्टर को सौंप दें. जब सारी चीजें प्राइवेट सेक्टर में दे रहे हैं तो रह क्या गया है. खेती भी घुमा फिरा कर तीन-चार पूंजी पतियों को देना चाह रहे हैं. अब यह किसान कहां जाएगा, मजदूर क्या करेगा समझ में नहीं आ रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि यदि सच कहना बगावत है तो समझो हम भी बागी हैं.

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