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हाथरस: प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे 60 हजार वाहन, खतरे में ताज की खूबसूरती

ताज ट्रेपेजियम जोन में आने के बावजूद जिले में 60 हजार वाहन प्रदूषण को बढ़ावा दे रहे हैं. परिवहन विभाग के अधिकारियों ने 24 हजार वाहनों के पंजीयन निलंबित किए हैं. बाकी वाहन स्वामियों को परिवहन विभाग द्वारा नोटिस भेजा जा रहा है. छह माह की अवधि बीत जाने के बाद ऐसे सभी वाहनों के पंजीकरण निरस्त कर दिए जाएंगे.

बढ़ते प्रदूषण से ताज को खतरा.
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Published : Jun 1, 2019, 9:20 PM IST

हाथरस: जिले में वाहनों से होने वाले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. सरकार ने आगरा के आसपास के जिलों को ताज ट्रेपेजियम जोन में रखा है. हाथरस भी इसी श्रेणी में आता है. जहां, आगरा में स्थित ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के लिए सरकार व अधिकारी अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं, वहीं जिले में 60 हजार वाहन ऐसे है, जो देश की विरासत ताजमहल की खूबसूरती को दागदार बनाने के लिए सड़कों पर दौड़ रहे हैं.

जानकारी देते उप संभागीय परिवहन अधिकारी महेश कुमार शर्मा.

बढ़ते प्रदूषण से ताज को खतरा

  • संसार के 8 अजूबों में आने वाले ताजमहल की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटक विदेशों से भारत घूमने के लिए आते हैं और ताज के दीदार कर आनंद की अनुभूति करते हैं.
  • सड़कों पर चलने वाले वाहनों से आम इंसान के साथ ही ताजमहल को भी खतरा पैदा हो गया है. वाहनों से निकलने वाले धुएं से ताज लगातार दागदार होता जा रहा है.
  • वही सरकार ने देश की विरासत ताजमहल को दागदार होने से बचाने के लिए आगरा के साथ साथ आसपास के जिलों को ताज ट्रेपेजियम जोन में रखा है.
  • ताज के घेरे में आने वाले जगहों पर प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए तरह-तरह के अभियान भी चलाए गए हैं लेकिन जिले में सड़कों पर 60 हजार ऐसे वाहन हैं, जो लगातार सड़कों पर दौड़ कर ताजमहल को दागदार बनाने में जुटे हुए हैं.
  • सरकार के आदेश के बाद 15 साल की अवधि पूरी कर चुके वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है और परिवहन विभाग को आदेशित कर ऐसे वाहनों के पंजीयन निरस्त करने के आदेश भी दिए गए हैं.

जिले में 15 वर्ष से पुराने वाहनों का रिकॉर्ड निकलवा कर ऐसे वाहन स्वामियों को नोटिस भिजवाया गया कि वह अपने वाहन को अन्य किसी जनपद में जाकर पंजीकृत करा लें. इसके बावजूद भी जब प्रतिक्रिया इस मामले में उपयुक्त नहीं आई तो जिले के 24 हजार वाहनों के पंजीकरण निलंबित किए हैं. छह माह पूर्ण होने के बाद ऐसे वाहनों के पंजीकरण निरस्त भी किए जाएंगे. बचे हुए वाहन स्वामियों को नोटिस भेजा जा रहा है. अगर समय से वह लोग जवाब नहीं देते हैं, तो ऐसे वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

-महेश कुमार शर्मा, उप संभागीय परिवहन अधिकारी, हाथरस

हाथरस: जिले में वाहनों से होने वाले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है. सरकार ने आगरा के आसपास के जिलों को ताज ट्रेपेजियम जोन में रखा है. हाथरस भी इसी श्रेणी में आता है. जहां, आगरा में स्थित ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के लिए सरकार व अधिकारी अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं, वहीं जिले में 60 हजार वाहन ऐसे है, जो देश की विरासत ताजमहल की खूबसूरती को दागदार बनाने के लिए सड़कों पर दौड़ रहे हैं.

जानकारी देते उप संभागीय परिवहन अधिकारी महेश कुमार शर्मा.

बढ़ते प्रदूषण से ताज को खतरा

  • संसार के 8 अजूबों में आने वाले ताजमहल की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटक विदेशों से भारत घूमने के लिए आते हैं और ताज के दीदार कर आनंद की अनुभूति करते हैं.
  • सड़कों पर चलने वाले वाहनों से आम इंसान के साथ ही ताजमहल को भी खतरा पैदा हो गया है. वाहनों से निकलने वाले धुएं से ताज लगातार दागदार होता जा रहा है.
  • वही सरकार ने देश की विरासत ताजमहल को दागदार होने से बचाने के लिए आगरा के साथ साथ आसपास के जिलों को ताज ट्रेपेजियम जोन में रखा है.
  • ताज के घेरे में आने वाले जगहों पर प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए तरह-तरह के अभियान भी चलाए गए हैं लेकिन जिले में सड़कों पर 60 हजार ऐसे वाहन हैं, जो लगातार सड़कों पर दौड़ कर ताजमहल को दागदार बनाने में जुटे हुए हैं.
  • सरकार के आदेश के बाद 15 साल की अवधि पूरी कर चुके वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है और परिवहन विभाग को आदेशित कर ऐसे वाहनों के पंजीयन निरस्त करने के आदेश भी दिए गए हैं.

जिले में 15 वर्ष से पुराने वाहनों का रिकॉर्ड निकलवा कर ऐसे वाहन स्वामियों को नोटिस भिजवाया गया कि वह अपने वाहन को अन्य किसी जनपद में जाकर पंजीकृत करा लें. इसके बावजूद भी जब प्रतिक्रिया इस मामले में उपयुक्त नहीं आई तो जिले के 24 हजार वाहनों के पंजीकरण निलंबित किए हैं. छह माह पूर्ण होने के बाद ऐसे वाहनों के पंजीकरण निरस्त भी किए जाएंगे. बचे हुए वाहन स्वामियों को नोटिस भेजा जा रहा है. अगर समय से वह लोग जवाब नहीं देते हैं, तो ऐसे वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

-महेश कुमार शर्मा, उप संभागीय परिवहन अधिकारी, हाथरस

Intro:up_htc_01-06-2019_ TTZ kshetr me 60 hjaar vahan jile ki sadko par pradushan ko de rahe badhava_prashant kaushik_7205410

एंकर- जिले में वाहनों से होने वाले प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है जिससे लोगों को तो परेशानी हो ही रही है लेकिन आपको बता दें कि हाथरस जिला ताज ट्रपेज़िम एरिया में आ रहा है सरकार ने आगरा के आस पास के जिलों को टीटीजेड में रखा है।वही आगरा में स्थित ताजमहल को प्रदूषण से बचाने के लिए सरकार व अधिकारी जहाँ अलग अलग तरीके अपना रहे है वही हाथरस में 60 हजार वाहन ऐसे है जो देश की विरासत ताजमहल की खूबसूरती को दागदार बनाने के लिए सड़कों पर फर्राटे भर रहे है ।
परिवहन विभाग के अधिकारियों की माने तो अब तक ऐसे 27 हजार वाहनों पर कार्यवाही कर उनके पंजीयन निरस्त किए जा चुके है और लगातार ऐसे वाहन स्वामियों को नोटिस भी भेजे जा रहे है।


Body:वीओ- संसार के 8 अजूबों में आने वाले ताजमहल की सुंदरता को देखने के लिए पर्यटक विदेशों तक से भारत घूमने के लिए आते हैं और ताज के दीदार कर आनंद की अनुभूति करते हैं वही सड़कों पर चलने वाले वाहनों से आम इंसान के साथ साथ ताजमहल को भी खतरा पैदा हो गया है वाहनों से निकलने वाले धुएं से ताज लगातार दागदार होता जा रहा है।
वही सरकार ने देश की विरासत ताजमहल को दागदार होने से बचाने के लिए आगरा के साथ साथ आसपास के जिलों को ताज ट्रपेज़िम जॉन में रखा है । और ताज के घेरे में आने वाले जगहों पर प्रदूषण नियंत्रित करने के लिए तरह-तरह के अभियान भी चलाए गए हैं लेकिन हाथरस जिले में सड़कों पर 60000 ऐसे वाहन हैं जो लगातार सड़कों पर दौड़ कर ताजमहल को दागदार बनाने में जुटे हुए हैं यह वह वाहन है जो 15 साल की अवधि पूरी कर चुके हैं सरकार के आदेश के बाद ऐसे वाहनों के परिचालन पर रोक लगा दी गई है और परिवहन विभाग को आदेशित कर ऐसे वाहनों के पंजीयन निरस्त करने के आदेश भी दिए गए।

जब इस मामले में हाथरस जिले के उप संभागीय परिवहन अधिकारी महेश कुमार शर्मा से बात की गई तो उनका कहना है कि जिले में 15 वर्ष से पुराने वाहनों का रिकॉर्ड निकलवा कर ऐसे वाहन स्वामियों को नोटिस भिजवाया गया है और उनसे कहा गया है कि वह अपने वाहन को अन्य किसी जनपद में जाकर पंजीकृत करा लें और इसके बावजूद भी जब प्रतिक्रिया इस मामले में उपयुक्त नहीं आई तो हाथरस जिले के 24000 वाहनों के पंजीकरण निलंबित किए हैं और 6 माह पूर्ण होने के बाद ऐसे वाहनों के पंजीकरण निरस्त भी किए जाएंगे, बाकी के बचे हुए वाहन स्वामियों को नोटिस भेजा जा रहा है अगर समय से वह लोग जवाब नहीं देते हैं तो ऐसे वाहन स्वामियों के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।


बाइट - महेश कुमार शर्मा। ( उपसंभागीय परिवहन अधिकारी हाथरस )


Conclusion:टीटी जेड क्षेत्र में आने के बावजूद जिले में 60000 वाहन प्रदूषण को दे रहे हैं बढ़ावा, परिवहन विभाग के अधिकारियों ने 24000 वाहनों के पंजीयन किए हैं अब तक निलंबित, बाकी वाहन स्वामियों को परिवहन विभाग द्वारा भेजा जा रहा नोटिस, 6 माह की अवधि बीत जाने के बाद ऐसे सभी वाहनों के पंजीकरण परिवहन विभाग द्वारा किए जाएंगे निरस्त।
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